किरण शर्मा
आईआईटी बॉम्बे ने पिछले साल 172वां रैंक हासिल किया था और इस बार अपनी पिछली कमियों में सुधार कर 149वें स्थान पर पहुंच गया है। जिससे हर तरफ खुशी का माहौल है। बता दें, कि आईआईटी बॉम्बे को कुल 100 में से 51.7 स्कोर हासिल हुए है और अपनी उच्च भागीदारी की वजह से क्यूएस रैंकिंग में टॉप 150 में स्थान मिला है।
आईआईटी बॉम्बे के द्वारा दिए गए एक आधिकारिक बयान में कहा गया, कि मुंबई में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) ने बुधवार को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी के नवीनतम संस्करण में दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में 150 स्थान हासिल कर ख्याति प्राप्त की है।
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क्यूएस के संस्थापक ने क्या कहा-
इस मौके पर क्यूएस (QS) के संस्थापक और सीईओ नूंजियो कवाक्वेरेली ने आईआईटी बॉम्बे को इतने सालों में सर्वोच्च रैंक हासिल करने की सफलता पर बधाई दी और बताया, कि उन्होंने इस साल की रैंकिंग प्रणाली के लिए 2900 संस्थानों को स्थान दिया है। जिनमें 45 ऐसे भारतीय विश्वविद्यालय है जो रैंकिंग में नजर आ रहे हैं।
क्या है क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग
विश्वविद्यालयों की रैंकिंग का वार्षिक प्रकाशन है। जिसमें वैश्विक स्तर पर और विषय की रैंकिंग शामिल होती है। आईआईटी बॉम्बे से पहले साल
2016 में भारतीय विज्ञान संस्थान (IISC) बेंगलुरु ने 147वीं
रैंक हासिल की थी। इस साल क्यूएस में 45 भारतीय संस्थानों को जगह दी गई थी। जिनमें वैश्विक स्तर पर 69 रैंक हासिल कर आईआईटी बॉम्बे ने अपना परचम लहराया
है।
इसके अलावा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 780 रैंक हासिल कर अपना नाम रोशन दर्ज किया है। इस पर शीर्ष प्रदर्शन करने वाले
विश्वविद्यालयों को क्यूएस प्रमुख ने बधाई दी और कहा, कि हमें उम्मीद है की आने वाले समय में और अधिक भारतीय विश्वविद्यालय बेहतर प्रदर्शन करते नजर आएंगे।
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