Yamuna River: इस समय उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में जल प्रलय जैसे हालात बन चुके हैं, दिल्ली और उसके आसपास के राज्य भी इससे अछूते नहीं है। ऐसे में दिल्ली के लिए एक और मुसीबत आ खड़ी हुई है, दिल्ली सरकार ने हरियाणा द्वारा हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 1 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़े जाने के बाद रविवार को बाढ़ की चेतावनी जारी की है। बाढ़ नियंत्रण सिंचाई विभाग ने एक आदेश में कहा है कि शनिवार शाम 4:00 बजे हथिनीकुंड बैराज से 1,05,453 क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़े जाने की वजह से पहले चेतावनी जारी की गई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि भारी बारिश के कारण कौशल्या बांध में जलस्तर बढ़ गया है।
#WATCH | Delhi | River Yamuna has crossed warning level. At 1 pm, water level of the river recorded at 204.63 m. At 1 pm, 1,90,837 cusecs of water released from Hathinikund barrage into Yamuna pic.twitter.com/644xxOHYjv
— ANI (@ANI) July 10, 2023
दिल्ली पहुंचने में करीब 2 से 3 दिन-
आमतौर पर बराज पर प्रभाव दर 352 क्यूसेक है, लेकिन जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश की वजह से पानी का बहाव बढ़ जाता है, बराज से पानी दिल्ली पहुंचने में करीब 2 से 3 दिन लगते हैं। जानकारी के मुताबिक बाढ़ के खतरे को मद्देनजर रखते हुए अधिकारियों को सतर्क रहने और संवेदनशील क्षेत्रों में आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं।
Massive rise in #flood in #Yamuna d/s HKB
Discharges from HKB, Haryana crossed 1 lakh cusec (1,11,060 cusec at 16:00 hour) & within next hour touching 2 lakh cusec (1,90,861 cusec at 17:00 hour).
Low lying floodplain areas in Delhi to be submerged.
SM video of HKB today. pic.twitter.com/e3TO1C7XDY
— SANDRP (@Indian_Rivers) July 9, 2023
खतरे के निशान को पार करने की आशंका-
बाढ़ संभावित क्षेत्रों में दिल्ली सरकार ने यमुना के स्तर की निगरानी के लिए केंद्रीय नियंत्रण कक्ष सहित 16 नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं। दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है और इसके मंगलवार को खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार करने की आशंका भी जताई जा रही है। केंद्रीय जल आयोग के बाढ़ निगरानी पोर्टल के मुताबिक रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर रविवार 1:00 बजे 203.18 मीटर था, जबकि खतरे का स्तर 204.5 मीटर है।
Yamuna river crosses warning mark of 204.5 metres in Delhi.
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.#Monsoon2023 #Heavyrainfall pic.twitter.com/HHWsXo7ARM
— INDER KUMAR 🇮🇳💙 (@InderKumar1895) July 10, 2023
पिछले 2 दिनों से लगातार बारिश-
सीडब्ल्यूसी ने एक परामर्श में कहा है कि मंगलवार को सुबह 11:00 बजे से 1:00 के बीच जलस्तर 205.5 मीटर तक बढ़ने की आशंका है। उत्तर पश्चिम भारत में पिछले 2 दिनों से लगातार बारिश हो रही है, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान समेत कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है।
1982 के बाद से जुलाई में 1 दिन में सर्वाधिक बारिश-
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक दिल्ली में रविवार सुबह 8:30 बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में 153 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से जुलाई में 1 दिन में सर्वाधिक बारिश है। चंडीगढ़ में यह रिकॉर्ड 322.2 मिलीमीटर और अंबाला में 224.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। दिल्ली में यमुना नदी के पास मौजूद निचले इलाकों को बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील माना जाता हैं।
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कौशल्या बांध में जलस्तर-
रविवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि भारी बारिश के कारण कौशल्या बांध में जलस्तर बहुत बढ़ गया है और 4000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। पंचकूला उपायुक्त प्रियंका सोनी समेत वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ स्थिति का आकलन करने के लिए बांध का दौरा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लगातार पिछले 2 दिनों से बारिश हो रही है जिसके कारण कौशल्या बांध का जलस्तर की ज्यादा बढ़ गया है।
VIDEO | Heavy flow of water at Hathni Kund barrage in Haryana’s Yamunanagar. Yesterday, more than one lakh cusecs of water was discharged from the barrage into Yamuna river. pic.twitter.com/Mfd7y2qIVj
— Press Trust of India (@PTI_News) July 10, 2023
राज्य में 3,00,000 क्यूसेक से पानी छोड़ने का अलर्ट जारी-
मुख्यमंत्री का कहना है कि बड़े हुए पानी का प्रबंधन करने के लिए बांध को खोल दिया गया है और 4000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यमुना नगर जिले में हथिनी कुंड बैराज से भी एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। उनके अनुसार राज्य में 3,00,000 क्यूसेक से पानी छोड़ने का अलर्ट जारी किया है, मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि हरियाणा किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है, चाहे वह वर्षा के कारण उत्पन्न हो या तटबंध क्षेत्रों में पानी के प्रभाव से उन्होंने माना है कि कुछ क्षेत्रों में एक-दो घंटे के लिए जलजमाव हो गया, लेकिन फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
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