चाय पीना किसे पसंद नहीं होता खासकर भारत में बड़े बुजुर्गों को चाय पीना बेहद पसंद होता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या बच्चों के लिए चाय पीना सही है। आमतौर पर भारत में इस तरह की चाय बनाई जाती है जिसमें कैफीन और चीनी की मात्रा अधिक होती है। चाय बच्चों और बुजुर्गों के दोनों के लिए ही हानिकारक है। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि बच्चों को चाय पीने के लिए क्यों मना किया जाता है इसके साथ ही बच्चों का चाय पीना क्यों सही नहीं माना जाता।
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इस वर्ष के बच्चे चाय पी सकते हैं-
चाय में मौजूद कैफीन और चीनी की मात्रा बच्चों के health, oral health और उनके दिमाग पर बुरा प्रभाव डाल सकती है। इसी कारण से अधिकतर रूप से बच्चों को चाय पीने के लिए मना किया जाता है। चलिए अब हम आपको बताते हैं की कितनी उम्र के बच्चों को चाय का सेवन करना चाहिए।
American Academy of Pediatrics के अनुसार बच्चों और किशोरों को कैफीन से भरपूर पेय पदार्थ यानी कि चाय कॉफी जैसे पेय पदार्थ का सेवन करने से बचना चाहिए। वहीं 12 वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक की आयु के किशोर एक दिन में 100 मिलीग्राम कैफीन का सेवन कर सकते हैं लेकिन 12 वर्ष से कम उम्र की आयु के बच्चों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि उनके स्वास्थ्य के लिए कैफीन हानिकारक होता है।
क्या बच्चों के लिए चाय फायदेमंद है?
अधिक रूप से चाय का सेवन करना केवल बच्चों के लिए ही नहीं बुजुर्गों के लिए भी हानिकारक होता है। लेकिन कभी-कभी चाय बच्चों के लिए फायदेमंद हो सकती है जैसे की जब शरीर दर्द और पेट दर्द हो तो ऐसे में चाय पीने से आराम मिलता है। वही जब बच्चों को खांसी या सर्दी होती है तो ऐसे में उनके लिए चाय आरामदायक साबित होता है।
क्या चाय का सेवन करने से बच्चों को किसी तरह की कोई हानि नहीं होगी?
यदि हम कैफीन वाली चाय की बात करें तो बच्चों के स्वास्थ्य को यह चाय हानि पहुंचाती है। इसीलिए कैफीन वाली चाय पिलाने की जगह आप अपने बच्चों को हर्बल चाय पिलाने की आदत डालें। ऐसा कहा जाता है कि चाय में स्वास्थ्य से जुड़े कई तरह के लाभ पाए जाते हैं, लेकिन बच्चों के लिए चाय का सेवन किसी भी रूप से सही नहीं है।
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