ISRO: आज 14 जुलाई शुक्रवार का दिन भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन होने वाला है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की आज दोपहर 2:30 बजे चंद्रयान-3 को श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा। 23 और 24 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग करवाई जाएगी। अगर इस लैंडर की दक्षिण ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग होती है तो दक्षिण ध्रुव पर जाने वाला भारत विश्व का पहला देश होगा।
चंद्रयान-3 की सफलता जरूरी-
ISRO के पूर्व अध्यक्ष माधवन नायर ने चंद्रयान-3 के हर तरह से सफल होने की अपेक्षा जताते हुए यह कहा कि भारत के लिए यह मिशन अंतरिक्ष अध्ययन क्षेत्र में मिल का पत्थर साबित होगा। वहीं उनका यह मानना है कि चंद्रमा पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग बहुत ही मुश्किल है, लेकिन उनका ऐसा कहना है की सफलता भी बेहद जरूरी है।
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सॉफ्ट लैंडिंग की क्षमता की जाएगी साबित-
भारत के Moon Man और चंद्रयान-1 मिशन के डायरेक्टर डॉ. मायलस्वामी अन्नादुरई ने चंद्रयान-3 को बेहद जरूरी मिशन बताया। उन्होंने यह कहा कि भारत ने चंद्रमा के परिक्रमा पथ को लेकर अपनी तकनीकी क्षमता साबित की है और अब भारत को सॉफ्ट लैंडिंग की क्षमता साबित करनी है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आज जब पूरी दुनिया चांद को देख रही है तो ऐसे में हमें मिशन को सफल बनाना ही होगा।
पृथ्वी के 14 दिन और चंद्रमा के एक दिन के बराबर काम करेगा मिशन-
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान चंद्रमा की सतह पर एक दिन में पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर अपना काम करेगा यह मिशन। इसका अर्थ यह है कि पृथ्वी के 14 दिन चंद्रमा के लिए एक दिन होगा। ISRO के पूर्व निदेशक ने यह कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता भारत के अगले प्रमुख मिशन गगनयान को भी हौसला देगी। उनके ही कार्यकाल में 2019 में चंद्रयान-2 भेजा गया जिसमें लैंडर को चंद्रमा पर उतारने में सफलता मिली थी। उन्होंने यह भी कहा कि ISRO ने इस विफलता का कारण बनने वाली चीजों को फिर से तैयार किया है और उनमें सुधार किया है। इस बार हमें अवश्य ही सफलता मिलेगी। सिवन का यह कहना है कि चंद्रयान-3 में भी पिछले मिशन जैसी ही चुनौतियां हैं, वहीं अगर अंतरिक्ष की बात करें तो वहां कई चीजे अज्ञात रहती हैं लेकिन इन्हीं गलतियों से सीख लेकर हमने नया आत्मविश्वास पाया है उम्मीद है कि इस बार मिली सफलता से आने वाली पीढ़ियों को लाभ मिलेगा।
दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश हो सकता है भारत-
चंद्रमा के लिए भारत के तीसरे मिशन चंद्रयान-3 का शुक्रवार दोपहर 2:35:17 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण होगा। इस मिशन को लॉन्च करने के लिए बृहस्पतिवार दोपहर 1:05 बजे से 25.30 घंटे का काउंटडाउन शुरू हो गया। ISRO चंद्रयान-3 के जरिए चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग कराएगा। अगर यह लैंडिंग सफल हो जाती है तो भारत दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर उतारने वाला पहला और चंद्रमा पर यान उतारने वाला चौथा देश कहलाएगा। अब तक चंद्रमा पर अमेरिका रूस और चीन ने ही यान उतारा है।
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