आज के आधुनिक समय में इस्तेमाल होने वाले स्मार्ट गैजेट कई प्रकार के कार्य आसानी से कर देते हैं। जिसके चलते इंसान आसानी से अपने कार्य को फोन कर लेता है। इतना ही नहीं शिक्षा के क्षेत्र में भी अब स्मार्ट गेजेट्स का प्रयोग किया जाने लगा है। आज के समय में शिक्षक और विद्यार्थी दोनों ही स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर पढ़ाई करते हैं। स्मार्टफोन का हमारे जीवन पर बहुत असर पड़ता है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता है। इसकी वजह से फोन में शारीरिक और मानसिक कमजोरी के शिकार होते हैं। बच्चों को कम उम्र से ही चिंता, अति सक्रियता तनाव और समाजिक अलगाव देखने को मिलता है। इन सभी को देखते हुए, एजुकेशन डायरेक्टर ने दिल्ली के स्कूलों में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगा दी है।
“Parents are requested to ensure that their wards do not carry mobile phones in the school premises…mobile phones should strictly not be allowed in the classrooms,” says Delhi govt’s advisory on restrictions on the use of mobile phones in school premises. pic.twitter.com/OtTCLpMbgN
— Press Trust of India (@PTI_News) August 10, 2023
एजुकेशन डायरेक्टर ने किया नोटिस जारी-
एजुकेशन डायरेक्टर हिमांशु गुप्ता ने नोटिस जारी करते हुए कहा, कि मोबाइल फोन के ज्यादा इस्तेमाल से बच्चों में नींद की कमी और दृष्टि कमजोर होने के मामले सामने आ रहे हैं। मोबाइल फोन की वजह से बच्चों के अंदर से सीखने की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न होती जा रही हैं। इसकी वजह से उनका शैक्षणिक प्रदर्शन, जीवन संतुष्टि, आमने-सामने बातचीत करने के गुण पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इसके साथ ही धमकाने और उत्पीड़न जैसी नई घटनाएं और अन्य असामाजिक घटनाएं सामने आ रही हैं। ज्यादा मोबाइल फोन का इस्तेमाल समाज के साथ-साथ बच्चों के भविष्य के लिए भी दिन प्रतिदिन खतरा बनता जा रहा है। इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए, स्कूल परिसरों के अंदर मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर निश्चित रूप से पाबंदी लगानी आवश्यक थी। इसी कड़ी में छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और स्कूल के प्रमुखों को भी अपने मोबाइल फोन का कम से कम प्रयोग करने की सलाह दी गई है। ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों का मन शिक्षा में लगे। इसके साथ ही माता-पिता को यह सुनिश्चित करना होगा, कि उनका बच्चा स्कूल परिसर में मोबाइल फोन ना लेकर जांए। अगर बच्चा स्कूल परिसर में मोबाइल फोन लेकर आता है, तो स्कूल प्रशासन को लॉकर अवस्था करवानी होगी ताकि मोबाइल फोन वहां जमा हो सकें।
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हेपलाइन नबंर करना होगा जारी-
इसके साथ ही एजुकेशन डायरेक्टर ने यह भी कहा, कि शिक्षाकों और अन्य कर्मचारियों को भी टीचिंग से जुड़ी गतिविधियों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल से बचना होगा। इसके साथ ही स्कूल अधिकारियों को एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी करना होगा, ताकि किसी आपातकालीन स्थिति में छात्र व उनके अभिभावक उनसे बात कर सकें
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