गरुड़ पुराण को सनातन धर्म में महापुराण का दर्जा दिया जाता है। आमतौर पर किसी परिजन की मृत्यु के बाद घर में गरुड़ पुराण का पाठ किया जाता है। गरुड़ पुराण को लेकर ऐसा माना जाता है, कि घर में मृत्यु के बाद अगर गरुड़ पुराण कराया जाए, तो मरने वाले की आत्मा को वैकुंठ धाम की प्राप्ति होती हैं। इसके अलावा गरुड़ पुराण में पुण्य कर्म के साथ अच्छी आदतों को अपनाने के बारे में भी बताया गया है। जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव और संकट के समय कैसे बचाव करना है इसकी सीख भी गरुड़ पुराण में दी गई है। इसके साथ ही गरुड़ पुराण में कुछ ऐसे कामों के बारे में भी बताया गया है अगर जिन्हें हम अधूरा छोड़ देते हैं तो घर और जीवन पर विपत्ति आ सकती हैं।
कर्ज ना देना-
व्यक्ति को अपने जीवन में कर्ज लेने से बचाना चाहिए, लेकिन अगर किसी जरूरत के चलते कर्ज ले लेता है तो कर्ज को समय रहते पूरा चुका देना चाहिए। यदि कर्ज को निश्चित अवधि के अंदर ना चुकाएया जाए तो ब्याज लगातार बढ़ता रहता है और आपकी आर्थिक स्थिति खराब हो जाती हैं। ऐसी हालत में न केवल आपको आर्थिक स्थिति कमजोर होगी, बल्कि आपकी मानसिक शारीरिक सेहत और पारिवारिक जीवन के साथ-साथ आपके करियर पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। कई बार कर्ज के कारण हालात इतने बिगड़ जाते हैं कि लोग आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि कर्ज को भी अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए।
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बीमारी को अनदेखा करना-
यह बात हम सभी जानते हैं कि एक स्वस्थ शरीर जीवन में कितना महत्वपूर्ण होता है। वहीं यदि आपके घर में किसी सदस्य को एक छोटी-सी शारीरिक समस्या हो जाती हैं, तो इस कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए क्योंकि छोटी-सी बीमारी धीरे-धीरे बड़ी बीमारी का रूप ले लेती हैं। जिसे ना केवल शरीर को कष्ट भोगना पड़ता, बल्कि धन और समय का भी नुकसान होता है।समय पर इलाज ना करने से व्यक्ति की मृत्यु हो सकती हैं इसलिए कभी भी बीमारी के इलाज को अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए और ना ही किस बीमारी को अनदेखा करना चाहिए।
आग की चिंगारी-
आग की छोटी-सी चिंगारी भी सब कुछ बर्बाद कर सकती है इसलिए कभी भी आग अनदेखा नहीं करना चाहिए। अगर कहीं पर भी आपको आग की आंशका हो तो तो वहां सावधान रहे क्योंकि आग की छोटी-सी चिंगारी धीरे-धीरे विकराल रूप ले लेती हैं जिसे जान माल की हानि हो सकती हैं।
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