Parliament: भारत की नई संसद में शीतकालीन सत्र जारी है और इस दौरान कल हंगामा होने के कारण 15 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इन सांसदों में 14 लोकसभा से हैं और एक सांसद राज्यसभा से जुड़े हुए हैं। पार्लियामेंट में 13 दिसंबर को एक संदिग्ध के आने से जमकर हंगामा हो गया। हालांकि किसी को कोई चोट नहीं आई और अब तक किसी के जख्मी होने की खबर भी नहीं है। लेकिन उस शख्स ने पार्लियामेंट में कथित तौर पर टियर गैस के गोले छोड़ दिए थेय़ संसद के अंदर आने से राष्ट्रीय सुरक्षा में चुक का बड़ा मामला आया है, जिसे लेकर विपक्षी सांसदों ने खूब हंगामा किया। जांच लगातार जारी है और मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रताप सिम्हा के खिलाफ एक्शन की भी मांग की जा रही है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी-
कांग्रेस सदस्यों टी एन प्रतापन, ज्योति मणी रम्या हरिदास, डिन कुरियाकोस जैसे कई बड़े नामो को इस सत्र के तहत निलंबित के लिए गया है। इसके बाद भी हंगामा कम नहीं हुआ, इस मामले पर बात करते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी का कहना है कि इस मामले को अभी धर्म और जाति से ऊपर उठकर देखना है. निलंबित होने वाली लिस्ट में डेरेक ऑबरायन का नाम भी शामिल है।
विपक्ष ने किया हंगामा-
सांसद डेरेक ऑबरायन के सस्पेंड होने के बाद विपक्ष ने खूब हो हल्ला किया। जिसके बाद सस्पेंड होने के पर टीएमसी सांसद डेरेक ऑबरायन ने संसद परिसर में मौन होकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। ध्यान देने वाली बात यह है कि राज्यसभा से डेरेक ऑबरायन को आज निलंबित किया गया, जिसके बाद से सदन ने उनके खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया है।
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बेहद ही चौंकाने वाला-
इस प्रस्ताव में उनके आचरण की जांच के लिए और 3 महीने के अंदर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है। राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने सांसदों के निलंबित होने पर कहा, कि यह एक बेहद ही चौंकाने वाला है और उन्होंने नई संस्कृति बनाई है। कपिल सिब्बल का कहना है कि अगर आप किसी बात का विरोध कर रही हैं तो वह आपको बोलने नहीं देते कपिल सिब्बल के बयान में कहा गया कि आपको एक अच्छी और हेल्दी बहस पर चर्चा करनी चाहिए।
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