देश में इस समय चुनावी बांड चर्चा में बना हुआ है, वहीं कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने चुनावी बांड को देश का सबसे बड़ा जबरन वसूली रैकेट बताया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सीबीआई और ईडी जांच नहीं करते हैं और वह बीजेपी के लिए वसूली करते हैं। इसके बाद बीजेपी इन पैसों की मदद से पार्टिया तोड़ते हैं और यह राष्ट्रीय विरोधी गतिविधि है। उन्होंने कहा कि एनसीपी को पैसे से तोड़ा गया है। राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी राज्यों में जो सरकारी गिरा रही है, उसके लिए पैसा कहां से आ रहा है।
पॉलिटिक्स सिस्टम-
बीजेपी ने पूरे पॉलिटिक्स सिस्टम को कैप्चर कर लिया है और जांच एजेंसियां अब जांच नहीं करते, बल्कि वह उन्हीं के लिए वसूली कर रही हैं। इसके साथ ही कहा कि इससे बड़ी एंटी नेशनल एक्टिविटी नहीं हो सकती। कांग्रेस के नेता का कहना है कि राज्यों में कांग्रेस सरकार द्वारा दिए गए ठेकों और चुनावी बॉन्ड के बीच कोई संबंध नहीं है।
मिलिंद देवड़ा और अशोक चौहान-
कांग्रेस नेता का कहना है की जांच एजेंसियों के इस्तेमाल से कंपनियों से वसूली की जा रही है। बड़े ठेके का शेयर लिया जा रहा है। कॉन्ट्रैक्ट देने से पहले चुनावी चंदा लिया जा रहा है। यह पूरा ढांचा पीएम मोदी ने तैयार किया है। राहुल गांधी ने मिलिंद देवड़ा को लेकर कहा कि देवड़ा का बीजेपी में जाना कोई बड़ी बात नहीं है। मिलिंद देवड़ा और अशोक चौहान चले गए। लेकिन हमारी पार्टी बरकरार है। इसी पैसे का इस्तेमाल करके एनसीपी और शिवसेना को तोड़ा गया।
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हमारी पार्टी साफ-सुथरी-
इसके साथ ही हमारी पार्टी साफ-सुथरी है और आने वाले लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक महाराष्ट्र में बंपर जीत हासिल करेगा। देश में जो संस्थाएं हुआ करती थी, वह अब BJP और RSS का हथियार बन चुके हैं। राहुल गांधी का कहना है कि इसलिए यह सब हो रहा है। अगर यह संस्थाएं अपना काम करतीं तो यह सब नहीं होता। साथ ही उन्होंने कहा कि इन सभी संस्थाओं को यह सोचना चाहिए कि एक न एक दिन बीजेपी की सरकार जाएगी, फिर बड़ी कार्यवाही होगी।
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