अग्नीवीर योजना अभी तक केवल विपक्ष के निशाने पर थी, सत्ता इसे युवाओं के लिए एक अच्छी योजना बताती आई है। लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के बीच सेना की तरफ से अग्नीवीर को लेकर एक बड़ी खबर आई है। अंग्रेजी अखबर दि इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक सेना इस योजना को लेकर सर्वे कर रही है, जिसके बाद इस योजना में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। सेना इस योजना के बारे में अग्नीवीरों, अपने स्टाफ से, रजिमेंट सेंटरों से और युनिट कमांडरों से राय ले रही है।
नई सरकार बनने के बाद हो सकता है बड़ा बदलाव-
खबर के मुताबिक ये सेना का इंटरनल सर्वे है, जो अग्नीपथ योजना पर किया जा रहा है। अग्नीवीरों की ये योजना अग्नीपथ के नाम से ही जानी जाती है। माना जा रहा है कि इस सर्वे का असर इस योजना की भर्ती प्रक्रिया पर भी पड़ सकता है। सेना 4 जून 2024 के बाद बनने वाली नई सरकार से इस योजना पर विचार करने को कह सकती है, जिसके बाद इसमें बड़े बदलावों की संभावना दिख रही है।
अग्नीपथ योजना की शुरुआत-
अग्नीपथ योजना देश की मौजूदा मोदी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। इसे जून 2022 में लॉन्च किया गया था, जिसके तहत अग्नीवारों को को सेना, एयरफोर्स और नेवी में केवल चार सालों के लिए भर्ती किया जाना था। इसके तहत चार साल पूरा हो जाने के बाद इन अग्नीवीरों में से केवल 25 प्रतिशत जवानों को ही मेरिट और जरुरत के हिसाब से सेना में पक्के तौर पर भर्ती किया जाएगा और बाकियों को निकाल दिया जाएगा। 25 प्रतिशत में भी इच्छुक को ही भर्ती किया जाना है।
राहुल गांधी ने अग्नीवीर को रद्द करने की कही बात-
जब से सरकार अग्नीवीरों के लिए इस योजना को लेकर आई है ये तभी से विवादों में घिरी हुई है। बुधवार को राहुल गांधी ने भी हरियाणा के चरखी-दादरी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए इस योजना को पूरी तरह खत्म करने की बात कही है। राहुल गांधी ने कहा कि एक तरफ तो सेना के जवानों को शहादत पर शहीद का दर्जा मिलता है, साथ ही पेंशन और ईलाज जैसी सारी सुविधाएं मिलती हैं लेकिन अग्नीवीर अगर लड़ते-लड़ते देश के लिए शहीद हो जाए तो ये सरकार उसे शहीद मानने को तैयार नहीं है, न ही इन्हें सेना वाली कोई अन्य सुविधाएं मिलती हैं ऊपर से इन्हें चार साल में रिटायर कर दिया जाता है। राहुल गांधी ने हरियाणा और देश के लोगों से वायदा किया कि चार जून के बाद सत्ता में आने के बाद वो इस योजना को पूरी तरह खत्म कर देंगे और इसकी जगह सेना की पुरानी भर्ती को बहाल करेंगे।
अग्नीवीर में अबतक कितने जवान हुए भर्ती-
अग्नीपथ योजना के तहत सेना में अब तक 40 हजार जवानों के दो बैचों ने अपनी ट्रैनिंग पूरी कर ली है, इन्हें पोस्टिंग दे दी गई है। वहीं 20 हजार अग्नीवीरो के तीसरे बैच की ट्रैनिंग नवंबर 2023 से जारी है। नेवी में 7385 अग्नीवीर के तीन बैचों की ट्रैनिंग पूरी हो गई है। वायुसेना में 4955 अग्नीवीरों ने अपनी ट्रैनिंग पूरी कर ली है।