Jyeshtha Amavasya: हिंदू धर्म में ज्येष्ठ मास की अमावस्या का बड़ा महत्व माना जाता है, ऐसा कहा जाता है कि इस दिन आप अपने पित्रों और भगवान विष्णु को प्रसन्न कर सकते हैं। इस बार की ज्येष्ठ अमावस्या 6 जून को है। इस दिन पित्रों और भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए बहुत से उपाय बताए गए हैं, जिन्हें लोग अपनाते हैं। लेकिन कुछ ऐसे काम भी होते हैं जिसे इस दिन करने से आपको बचना चाहिए। इन कामों को करने से पितृ देव नाराज़ हो जाते हैं, इसलिए आपको इन्हें करने से बचना चाहिए। वह काम कौन से हैं आईए जानते हैं-
Jyeshtha Amavasya पर गंगा स्नान के समय-
ज्येष्ठ मास की अमावस्या के दिन गंगा स्नान का बड़ा महत्व माना गया है, इस दिन बहुत से लोग गंगा स्नान के लिए जाते हैं, लेकिन वह गंगा में और इसके आस-पास गंदगी फैला देते हैं, पर आपको ऐसा नहीं करना चाहिए, हमें हमेशा पवित्र स्थलों और अपने आस-पास साफ सफाई रखनी चाहिए। आपको गंगा में या उसके आस-पास गंदगी करने से बचना चाहिए।
गाय या कुत्ता-
ज्येष्ठ मास की अमावस्या पित्रों को समर्पित होती है, इसलिए अगर आपको आपके घर के आस-पास कोई गाय या कुत्ता नज़र ना आए तो उसे मारना या भगाना नहीं चाहिए। इस दिन गाय या किसी अन्य जानवर को खाना खिलाकर ही भेजना चाहिए।
ज़रुरतमंद-
इसके अलावा ऐसा कहा जाता है कि दान करने से आपके पितृ प्रसन्न होते हैं, इसलिए अगर आपके दरवाजे़ पर कोई ज़रुरतमंद आए तो उसे ना भगाएं। इससे पितृ देव नाराज़ होते हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि हमें हमेशा ही गरीबों और ज़रुरतमंदों की मदद करनी चाहिए।
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बुज़ुर्गों का अनादर-
इसके अलावा इस दिन गलती से भी अपने बुज़ुर्गों का अनादर नहीं करना चाहिए या उनके लिए अपने मुह से अपशब्द नहीं निकालने चाहिए। इस दिन आपको सुबह जल्दी उठकर स्नान करके पूजा अर्चना करवी चाहिए और बड़ों का आशीर्वाद लेना चाहिए।
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