JDU: शुरू से ही नीतीश कुमार ने की यह मांग है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। आने वाले केंद्रीय बजट में बिहार की उम्मीदों को लेकर मंत्री अशोक चौधरी ने बुधवार को एक बड़ा बयान दे दिया। उन्होंने यह कहा कि हम लोग बजट को लेकर आशान्वित हैं। इसमें जनता की ज़रुरतों का ख्याल रखा जाएगा। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने की बात को अशोक चौधरी ने कहा कि एक पैकेज की तरह ही विशेष राज्य का दर्जा होता है।
विशेष राज्य के दर्जे की मांग (JDU)-
राज्य का कॉन्ट्रीब्यूशन पहले 10% का होता था और 90% भारत सरकार देती थी। अब वह 50-50 हो चुका है। हमारा कंट्रीब्यूशन घटे और किस तरह से यह फार्मूला बनेगा, यह भारत सरकार तय करेंगी। हम लोग विशेष पैकेज या विशेष राज्य के दर्जे की मांग जरूर करेंगे। उनका कहना है की विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला या परिस्थितियों ऐसी नहीं बनी, तो हमें कम से कम विशेष पैकेज मिलना चाहिए। हम विशेष पैकेज, विशेष राज्य के दर्ज की बात जरूर रखेंगे। बिहार के मंत्री ने रुपौली में हुए उपचुनाव पर कहा कि अच्छा चुनाव हुआ है, हम लोग ज्यादा वोटो से जीतेंगे।
जनसंख्या को लेकर लिखे पत्र-
गंगा पाथवे के उद्घाटन पर मुख्यमंत्री के द्वारा अधिकारियों के सामने झुकने पर अशोक चौधरी ने कहा कि हर चीज पर लोगों का अपना नजरियत होता है। मुख्यमंत्री के तौर पर वह 18 साल तक बिहार को अच्छे से चला रहे हैं। उन्होंने विनम्र तरीके से आग्रह किया है, जब लोगों के पास बोलने के लिए कुछ बचा नहीं तो वह मुख्यमंत्री को टारगेट करते हैं। वहीं RSS की मैगजीन में जनसंख्या को लेकर लिखे पत्र पर चौधरी ने कहा की जनसंख्या को कैसे कंट्रोल कर सकते हैं, उस पर चर्चा होनी चाहिए।
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विशेष पैकेज की मांग-
सभी राजनीतिक समिति के लोगों को इस पर चर्चा करनी चाहिए। उनका कहना है कि हम लोगों को विशेष दर्जा दिया जाना चाहिए। लेकिन दिक्कत है तो हम लोग विशेष पैकेज की मांग करते हैं। बिहार भाग्यशाली प्रदेश नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार ने पूरे देश को बता दिया कि हमारे संसाधन कम हैं, लेकिन तरक्की की रफ्तार में किसी विकसित प्रदेश से कम नहीं हैं।
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