Rajya Sabha: इस बार के लोकसभा चुनाव ही नहीं बल्कि राज्यसभ में भी बीजेपी और एनडीए का संख्या बल कम हो गया है। राज्यसभा में बीजेपी के चार मनोनीत सदस्य शनिवार को रिटायर हो गए। इसके साथ ही उच्च सदन यानी कि राज्यसभा में बीजेपी की ताकत घटकर 86 और एनडीए की 101 रह गई। 19 सीटें खाली होने की वजह से राज्यसभा में फिलहाल सदस्यों की संख्या 226 है। अब सवाल उठ रहा है कि राज्यसभा में क्या बीजेपी की मुसीबत बढ़ने वाली है। क्या संख्या बल कम होने से एनडीए को घाटा होगा? कानून को पास करवाने के लिए एनडीए के पास संख्या बल है या फिर नहीं आईए इसके बारे में जानते हैं-
भाजपा की स्थिति मजबूत (Rajya Sabha)-
दरअसल अभी भी भाजपा की स्थिति मजबूत है। नंबर गेम में अभी भी वह आगे है। एनडीए के पास अभी 711 राजनीतिक मनोनीत सदस्य, डीएमके और वाईएसआरपीसी जैसे दोस्ताना दलों का समर्थन, दो निर्दलीय का समर्थन मिलने से आने वाले बजट सत्र में कानून पारित करवाने की संख्या है। लेकिन दूसरों पर निर्भरता कम करने के लिए मनोनीत कैटेगरी के तहत जल्द से जल्द खाली पदों को भरना जरूरी है।
चार मनोनीत सदस्य (Rajya Sabha)-
समाचार वेबसाइट न्यूज़18 के मुताबिक, राज्यसभा सांसद सोनल मानसिंह, राम सकल, महेश जेठमलानी और राकेश सिन्हा चार मनोनीत सदस्य हैं। यह सभी शनिवार को रिटायर हो गए। राज्यसभा के लिए मनोनीत होने के बाद उन्होंने औपचारिक रूप से खुद को भाजपा के साथ जोड़ दिया। मनोनीत कैटेगरी में एक और राज्यसभा सदस्य गुलाम अली, जो कि बीजेपी का हिस्सा हैं, वह सितंबर 2028 में रिटायर होने वाले हैं। दरअसल सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति राज्यसभा के लिए 12 सदस्य को मनोनीत करते हैं।
राज्यसभा में 19 सीटें खाली-
मौजूदा सदन में उनमें से सात ने खुद को गैर राजनीतिक रखा है। लेकिन ऐसे सदस्य कानून पारित करने में हमेशा सरकार का ही साथ देते हैं। मौजूदा राज्यसभा में 19 सीटें खाली हैं। इसमें जम्मू कश्मीर और मनोनीत कैटेगरी के चार-चार और आठ अलग-अलग राज्यों से 11 सिटें शामिल हैं। लोकसभा चुनाव की वजह से इन 11 सीटों में से 10 सीटें पिछले महीने खाली हुई। जबकि एक सीट भारत राष्ट्रीय समिति के सदस्य के केशव राव कारण खाली हुई थी, केशव राव बाद में कांग्रेस में शामिल हुए।
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सत्र में बिल पास करने में परेशानी?
ऐसी संभावनाएं जताई जा रही हैं, की आने वाले कुछ महीनो में 11 सीटों पर होने वाले चुनाव में 8 सीट एनडीए और 3 सीटें इंडिया गठबंधन के खाते में जा सकती है। तेलंगाना में कांग्रेस को एक सीट मिलेगी, इससे एक सीट से राज्यसभा में पार्टी का संख्या बल 27 हो जाएगा। अपना विपक्ष का पद बनाए रखने के लिए राज्यसभा में कांग्रेस को जितनी सीटों की जरूरत है, यह उससे जो ज्यादा ही है। इसीलिए कांग्रेस की आवाज राज्यसभा में बुलंद होगी। हालांकि बीजेपी और एनडीए को राज्यसभा में आने वाले बजट सत्र में बिल पास करने के लिए कोई परेशानी नहीं होगी।
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