Budget 2024: निर्मला सीतारमण संसद में सुबह 11:00 बजे बजट पेश करने वाली हैं और यह वित्त मंत्री का लगातार सातवां बजट होगा। वित्त मंत्री और उनकी पुरी टीम इस बजट को तैयार करती हैं। वित्त मंत्री संसद में भाषण के साथ ही केंद्रीय बजट पेश करती हैं और इस बजट को तैयार करने में निर्मला सीताराम की टीम उनका पूरा साथ देती है। इस बजट को आखिर तैयार कौन करता है और किसकी भूमिका मुख्य होती है, आईए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-
राज्य मंत्री पंकज चौधरी (Budget 2024)-
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ-साथ राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने भी मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के बजट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मोदी सरकार 2.0 के दौरान भी चौधरी सीतारमण की टीम में ही थे और वह लोकसभा के सांसद भी हैं। गोरखपुर में जन्म लेने वाले पंकज चौधरी वित्त सचिव टीवी सोमनाथ वित्त मंत्रालय का हिस्सा बनने से पहले पीएमओ में अतिरिक्त सचिव के रूप में काम कर चुके हैं। ऐसा कहा जाता है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद ही भरोसेमंद है। इस बार के बजट को तैयार करने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अनंत नागेश्वर (Budget 2024)-
साल 2022 के बजट के पहले अनंत नागेश्वर को मुख्य आर्थिक सलाहकार चुना गया था। इस बार बजट तैयार करने में उनका भी योगदान रहा है। इस बार के बजट में नागेश्वर आनंद का योगदान भी काफी अहम माना जा रहा है। देश का इकोनामिक सर्वे भी उन्हीं के मार्गदर्शन से तैयार किया गया। जिसे सोमवार को वित्त मंत्री ने संसद में पेश किया है। विवेक जोशी साल 2022 के अक्टूबर महीने की 19 तारीख को वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग के सचिव बने। विवेक जोशी का भी बजट तैयार करने की प्रक्रिया में योगदान रहा है। इस भूमिका में आने वाले जोशी गृह विभाग के तहत जनगणना के रजिस्ट्रार जनरल और डायरेक्टर हैं।
संजय मल्होत्रा-
बजट तैयार करने वालों में अहम नाम वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों में विभाग के प्रभारी सचीव अजय सेठ का भी है। मंत्रालय के बजट की जिम्मेदारी वही देखते हैं और इसके अलावा बजट से जुड़े हुए तमाम अपडेट और जानकारी भी तैयार करने में उनका बहुत योगदान है। संजय मल्होत्रा 1990 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं, जो कि राजस्व सचिव हैं। उनके ऊपर बजट तैयार करने की पूरी प्रक्रिया में यह तय करने की जिम्मेदारी होती है कि बजट में की गई जितनी भी घोषणा और ऐलान हैं, वह सभी सरकार की नीतियों के तहत आनी चाहिए।
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तुहीन कांत पांडे-
इसके अलावा यह भी तय करना होता है कि बजट में किए गए सभी ऐलान जमीनी हकीकत से ज्यादा दूर ना हों। वही तुहीन कांत पांडे वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले विनिवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग के हैं और हाली के दिनों में सरकार ने विनिवेश क्षेत्र में जो उपलब्धि हासिल की है, उनमें तुहीन का बहुत बड़ा रोल रहा है। एलआईसी का आईपीओ बनाने और एयर इंडिया के निजीकरण में भी इंडियन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
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