कर्नाटक के बागलकोट जिले में एक अद्भुत चिकित्सा मामला सामने आया है। यहां एक नवजात बच्चे का जन्म कुल 13 उंगलियों और 12 पैर की अंगुलियों के साथ हुआ है। इस असाधारण घटना ने न केवल चिकित्सा जगत को चौंका दिया है, बल्कि बच्चे के परिवार में भी खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। परिवार इसे एक दैवीय आशीर्वाद मान रहा है, जो उनके जीवन में अचानक आया है।
बच्चे की विशेष शारीरिक संरचना-
इस नवजात बालक के दाहिने हाथ में छह उंगलियां और बाएं हाथ में सात उंगलियां हैं। इसके अलावा, उसके दोनों पैरों में छह-छह अंगुलियां हैं। यह अनोखी शारीरिक संरचना चिकित्सा विज्ञान में ‘पॉलीडैक्टिली’ (Polydactyly) नाम से जानी जाती है। यह एक दुर्लभ आनुवंशिक विसंगति है, जिसके कारण शिशुओं में अतिरिक्त उंगलियां और पैर की अंगुलियां विकसित हो जाती हैं।
मां और बच्चे की सेहत-
खुशी की बात यह है कि इस अनोखे बच्चे और उसकी मां, 35 वर्षीय भारती, दोनों की सेहत अच्छी बताई जा रही है। प्रसव के बाद जब भारती को अपने बेटे के बारे में पता चला, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने कहा, “मेरा बच्चा भगवान का एक विशेष उपहार है। मुझे यकीन है कि उसके जीवन में कुछ अलग और महान होने वाला है।”
परिवार की प्रतिक्रिया-
बच्चे के पिता, गुरप्पा कोनूर, ने भी अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “हम इस नए मेहमान के आगमन से बहुत खुश हैं। हमारा मानना है कि यह बच्चा हमारे परिवार में सौभाग्य लेकर आया है।” उन्होंने आगे कहा, “हमें पता है कि कुछ लोग इसे अजीब मान सकते हैं, लेकिन हमारे लिए यह एक चमत्कार है। हम अपने बच्चे को पूरा प्यार और सम्मान देंगे।”
चिकित्सकों का दृष्टिकोण-
स्थानीय अस्पताल के डॉक्टर अनिल पाटिल ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा, “पॉलीडैक्टिली एक दुर्लभ स्थिति है, लेकिन इससे बच्चे के स्वास्थ्य पर कोई गंभीर प्रभाव नहीं पड़ता। हम बच्चे की सावधानीपूर्वक निगरानी कर रहे हैं और उसके विकास पर नज़र रख रहे हैं।” उन्होंने आगे बताया कि अगर भविष्य में जरूरत पड़ी तो सर्जरी के माध्यम से अतिरिक्त अंगों को हटाया जा सकता है।
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समुदाय का समर्थन-
इस अनोखे बच्चे के जन्म की खबर जैसे-जैसे फैली, वैसे-वैसे स्थानीय समुदाय से भी सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आने लगीं। कई लोग परिवार से मिलने आए और उन्हें बधाई दी। स्थानीय पंचायत के सदस्य रामेश्वर होसमनी ने कहा, “यह हमारे गांव के लिए एक विशेष क्षण है। हम सभी इस परिवार के साथ खड़े हैं और बच्चे के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।”
भविष्य की चुनौतियां और संभावनाएं-
जहां एक ओर इस बच्चे के जन्म ने खुशियां लाई हैं, वहीं दूसरी ओर परिवार को कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ सकता है। बच्चे के लिए विशेष देखभाल और चिकित्सा सलाह की आवश्यकता होगी। हालांकि, परिवार इन चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। भारती ने कहा, “हम अपने बच्चे को हर संभव सुविधा और प्यार देंगे। हम चाहते हैं कि वह एक सामान्य और खुशहाल जीवन जिए।”
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यह अद्भुत चिकित्सा मामला न केवल विज्ञान के लिए रोचक है, बल्कि यह मानवीय भावनाओं और परिवार के प्रेम की एक प्रेरणादायक कहानी भी है। इस बच्चे के जन्म ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि प्रकृति अपने आप में कितनी विविध और अद्भुत है। जैसे-जैसे यह बच्चा बड़ा होगा, उसकी कहानी निश्चित रूप से कई लोगों को प्रेरित करेगी और शायद चिकित्सा क्षेत्र में नए अध्ययनों का मार्ग भी प्रशस्त करेगी।