जूली चौरसिया
Politics: इस बार के लोकसभा चुनाव के बाद से ही विपक्ष काफी मज़बूत हो चुका है और लोकसभा के सत्र में भी कहीं ना कही सत्ता रुढ़ी पार्टी पर भारी भी पड़ा है। इन सब के बीच राहुल गांधी का एक अलग रुप सबी को देखने को मिला है, जो ज़ाहिर सी बात है सत्ता रुढ़ी पार्टी को पसंद नहीं है। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है, कि राहुल गांधी अब बीजेपी के निशाने पर आ चुके हैं और उनके खिलाफ ईडी के दफ्तर में फाइल भी तैयार हो चुकी है। कुछ दिन पहले ही राहुल गांधी ने भी अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट के ज़रिए बताया था कि उनके सूत्रों ने उन्हें बताया है कि ईडी उनके यहां रेड का प्लान बना रही है।
Apparently, 2 in 1 didn’t like my Chakravyuh speech. ED ‘insiders’ tell me a raid is being planned.
Waiting with open arms @dir_ed…..Chai and biscuits on me.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 1, 2024
राहुल गांधी को टारगेट क्यों (Politics)-
अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या बीजेपी राहुल गांधी को टारगेट क्यों कर रही है या अगर टारगेट कर रही है तो क्या यह रेड के ज़रिए सिरेफ उन्हें परेशान करना चाहते हैं या फिर कोई और बड़ा प्लान तैयार किया गया है राहुल गांधी को गिरफ्तार करने का? सूत्रों की मानें तो यह सारी चीज़ें तीन राज्यों महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर की जा रहीं है। क्योंकि इन तीनों ही राज्यों में इंडिया अलायंस बीजेपी पर हावी है। इसके अलावा सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए राहुल गांधी को दो महीने तक डिस्टर्ब रखने और चुनाव से ध्यान हटाने के लिए यह प्लान तैयार किया जा रहा है।
चुनाव से ध्यान डायवर्ट-
जिससे राहुल गांधी से कभी पूछताछ हो और कभी उन्हें कहीं पेश होने के लिए कहा जाए और वह इन सब में उलझ कर चुनाव पर ध्यान ना दे पाएं। विशेषज्ञों का कहना कि महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में राहुल गांधी को स्टार फिगर माना जा रहा है और अगर वह इस चुनाव के लिए कैंपेनिंग करेंगे और चुनाव प्रचार करेंगे, तो इंडिया अलायंस का इन राज्यों में जितना तय है। लेकिन सत्ता रुढ़ी पार्टी ज़ाहिर सी बात है यह बिल्कुल नहीं चहेगी। इसलिए इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए, राहुल गांधी का ध्यान चुनाव से डायवर्ट किया जाएगा। इसके साथ ही उन पर कुछ इल्ज़ाम लगाकर बदनाम करने के कोशिश की जाएगी।
विशेषज्ञों का कहना है (Politics)-
हालांकि पहले भी राहुल गांधी को बदनाम करने कि कोशिश की गई थी और कई घंटों तक उनसे पूछताछ भी हुई। लेकिन उस समय भी उनके खिुलाफ कोई सबूत नहीं मिला। लेकिन इस बार उन्हें उलझाने का प्लान तैयार किया जा रहा है, विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही उनकी गिरफ्तारी ना हो लेकिन उन्हें डिस्टर्ब किया जाएगा और उनके चलके कांग्रेस पार्टी भी डिस्टर्ब होगी और चुनाव से ध्यान हट जाएगा। एक बात और ध्यान देने वाली यह है कि राहुल गांधी के ट्वीट के बाद उस पर ईडी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है कि ऐसा नहीं होने वाला। इससे यह पता चलता है कि कुछ ना कुछ तो प्लानिंग चल ही रही है।
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बीजेपी के लिए इतना ज़रुरी क्यों(Politics)-
अब सवाल यह उठता है कि इन तीन राज्यों में जीतना बीजेपी के लिए इतना ज़रुरी क्यों है। सूत्रों की मानें तो बीजेपी अगर इन तीन राज्यों के चुनाव हार जाती है, तो नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू एनडीए का साथ छोड़ सकते हैं। क्योंकि इन राज्यों में जीतने के बाद विपक्ष मज़बूत हो जाएगा और नीतीश कुमार पहले से ही बीजेपी से नाराज़ हैं क्योंकि उनकी मांगो को पूरा नहीं किया गया है। इसतके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार दिल्ली की राजनिति में आना चाहते हैं, लेकिन बीजेपी के साथ रहते हुए ऐसा संभव नहीं है। अगर विपक्ष यह चतुनाव जीत जाती है और तो नीतीश कुमार को बड़ा ऑफर दिया जा सकता है और वह विपक्ष की ओर जा सकते हैं।
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