जूली चौरसिया
Bangladesh: इस समय भारत समेत सभी देशों में बांग्लादेश में हुए तख्तापलट की बातें चल रही हैं। शेख हसीना अपना महल छोड़कर चुकी हैं। अब सभी के सवाल उठ रहे हैं कि आखिर उन्हें अपना देश क्यों छोड़ना पड़ा। आखिर वहां के लोग इतने आक्रोश में क्यों हैं और भारत पर इसका क्या असर होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि बांग्लादेश में तख्तापलट के चार मुख्य कारण हैं, पहला कि शेख हसीना ने बांग्लादेश के चुनाव सिस्टम को अपने हाथ में ले लिया। उन्होंने लगातार चुनावों में गड़बड़ियां कि और साथ ही मीडिया को भी खरीद लिया। जिससे लोगों को इन गड़बड़ियों के बारे में पता ना चले।
तख्तापलट के बड़े कारण-
इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष के नेताओं को भी किसी ना किसी केस में जेल में डाल दिया। तीसरा यह है कि उन्होंने जनता की ज़रुरतो जैसे बेरोज़गारी और महंगाई जैसी चीज़ों पर ध्यान नहीं दिया और उनके रिज़र्वेशन पर लिए फैसले कारण यह सब हुआ, जिसकी मूल कारण बढ़ती हुई बेरोज़गारी, जिस पर उन्होंने कभी ध्यान ही नहीं दिया। इसके अलावा चौथा कारण था, पुलिसराज स्थापित करना।
क्या भारत में भी हो सकते हैं ऐसे हालात-
ऐसा कहा जाता है कि जब भी हमारे आस-पड़ोस में घटनाएं होती हैं, उनसे हमेशा हमें सबक लेना चाहिए। अब सवाल यह भी उठता है कि क्या अगर भारत में भी लोकतंत्र को दबाया जाएगा, जैसे कि मीडिया को खरीद लेना, इलेक्शन कमीशन को कंट्रोल करना, विपक्ष के नोताओं को जेल भेजना और महंगाई और बेरोज़गारी पर ध्यान ना दिया जाए, तो यहां भी ऐसे ही हालात हो जाएंगे?
विशेषज्ञों का मानना है-
विशेषज्ञों का मानना है कि छोटे लोकतांत्रिक देशों में ऐसा हो सकता है, लेकिन भारत एक बहुत बड़ा लोकतांत्रिक देश है और जवाहर लाल नेहरु समेत देश के महान नेताओंं ने भारत में लोकतंकत्र की जड़ें काफी मज़बूत बनाई हैं। जिससे भारत में ऐसे हालात होना मुश्किल है। विशेषज्ञों का कहना है कि हमारे देस में हर पांच साल में चुनाव होते हैं और अगर सरकार इलेक्शन कमीशन को कंट्रोल करती है तो सुप्रीम कोर्ट उस गलती को सुधारेगा।
भारत का लोकतंत्र मज़बूत-
अगर सुप्रीम कोर्ट से कोई गलती होती है तो संसद में उसे सुधारा जाएगा और अगर संसद में कुछ गलत होता है, तो मीडिया उसमें सुधार करेगी और आखिर में अगर मीडिया को भी खरीद लिया जाए, तो सोशल मीडिया उन गलतियों के सामने लाएगी। हमारे संविधान को इतना मज़बूत बनाया गया है कि उसे तोड़ पाना बहुत ज्यादा मुश्किल है। विशेषज्ञों का कहना है कि बांग्लादेश में हुए इस तख्तापलट का भारत पर भी बड़ा असर पड़ेगा। क्योंकि बांग्लादेश में करीबन एक करोड़ से ज्यादा कि आबादी है।
ये भी पढ़ें- शामली में हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौट रहे युवकों को परोस दी नॉनवेज बिरयानी? दुकानदार पुलिस हिरासत में
भारत के लिए नई मुसीबत-
अगर बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू भारत में आ जाएंगे तो इसका बहुत बुरा असर पड़ेगा। भारत की आबादी बढ़ जाएगी और उनके रहने खाने-पीने की व्यवस्था भारत कैसे कर पाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक शेख हसीना भारत में थीं, तब तक वहां मौजूद हिंदू सुरक्षित थे। लेकिन अब उन पर खतरा मंडरा रहा है क्योंकि वहां पहले से ही एंटी हिंदू के नारे लगाए जा रहे हैं।
ये भी पढ़ें- उद्धव ठाकरे तीन दिन की दिल्ली यात्रा पर, क्या होने जा रहा है कुछ बड़ा?