Mamata Banerjee: कुछ समय पहले कोलकाता के आरजीकर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 साल की लेडी डॉक्टर के साथ हुए, हत्याकांड के बाद पूरे देश में गुस्सा है। इस सब के बीच में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को गिरफ्तार करने की मांग हो रही है। इसे लेकर भाजपा संसद में ज्योतिर्मय सिंह महतो ने प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के निदेशक को एक पत्र लिखा है और मेडिकल कॉलेज केस की गहन जांच करने की भी मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को गिरफ्तार करने की भी मांग की है। हाल ही में बीजेपी की सांसद द्वारा यह मांग तब उठाई गई है, जब कोलकाता में हुई घटना और कथित तौर पर संदीप घोष से जुड़े एक स्वस्थ घोटाले से संबंधित वित्तीय सदाचार के आरोप लगे हैं।
I’ve written to the Director of @dir_ed, requesting a thorough investigation and the arrest of @MamataOfficial Mamata Banerjee over the R.G. Kar and Sandip Ghosh health scam. Evidence points to widespread corruption and misuse of power in West Bengal’s health sector. The people… pic.twitter.com/sJ49ZEipyj
— Jyotirmay Singh Mahato (Modi Ka Parivar) (@JyotirmayBJP) September 8, 2024
आरजीकर मेडिकल कॉलेज-
बीजेपी सांसद ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, कि मैंने परिवर्तन निदेशालय से निदेशक को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने लिखा कि, आरजीकर मेडिकल कॉलेज की घटना और संदीप घोष स्वास्थ्य घोटाले के संबंध में जांच हो और ममता बनर्जी को गिरफ्तार किया जाए। सबूत पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य क्षेत्र के व्यापक भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग का संकेत देते हैं, लोगों को न्याय मिलना ज़रुरी है। क्या पश्चिम बंगाल के सर्वोच्च अधिकारियों की जानकारी के बिना यह पूरा ऑपरेशन किया गया था।
अधिकारियों की प्रत्यक्ष भागीदारी-
यह विश्वास करना थोड़ा मुश्किल है, कि उच्च अधिकारियों की प्रत्यक्ष भागीदारी या मौन स्वीकृति के बिना ऐसी कार्यवाही की जा सकती है। यह हमें ममता बनर्जी की ओर ले जाता है, जिनके पास स्वास्थ्य मंत्री का पद भी है। ज्योतिर्मय सिंह ने आगे लिखा कि संदीप घोष से जुड़ा भ्रष्टाचार कोई अकेला मामला नहीं है। यह पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के अंदर एक बड़ी प्रणालिगत सफलता का लक्षण है, जो भ्रष्टाचार के बोझ तले दब गई है। स्वास्थ्य मंत्री के रूप में ममता बनर्जी की गिरफ्तारी और जांच जरूरी है। क्योंकि संदीप घोष जैसे व्यक्ति को बचाने के लिए उनकी प्रत्यक्ष भागीदारी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
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टीएमसी सांसद जवाहर सरकार-
इससे पहले भी बंगाली की सीएम ममता बनर्जी को एक बड़ा झटका लगा। जब टीएमसी सांसद जवाहर सरकार ने कोलकाता मामले से निपटने में बंगाल सरकार की लापरवाही का हवाला देते हुए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसतके साथ ही उन्होंने पार्टी और राजनीति दोनों से इस्तीफा दे दिया। भारतीय प्रशासनिक सेवा के रिटायर अधिकारी जवाहर सरकार ने कहा, कि एक वर्ग जो पार्टी के नेताओं का है, उसका भ्रष्टाचार में शामिल होना और उनके खिलाफ कोई कार्यवाही ना होना, इस्तीफा देने के मुख्य कारण में से एक है।
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