Delhi CM: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं और इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद पर आतिशी को बैठाया है। आज दोपहर उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात के बाद यह फैसला लिया गया है। आम आदमी पार्टी के विधायकों की आज बैठक हुई में यह फैसला लिया गया है। आम आदमी पार्टी के विधायकों की बैठक में पार्टी नेता दिलीप पांडे ने प्रस्ताव रखा, कि केजरीवाल खुद मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला करें। सूत्रों की मानें तो जब आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजकों ने अतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा, तो सभी आप विधायकों ने खड़े होकर इसे स्वीकार किया और आतिशी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
जरूरी विभागों की जिम्मेदारी (Delhi CM)-
वहीं आतिशी दिल्ली सरकार में शिक्षा और लोक निर्माण जैसे अलग जरूरी विभागों की जिम्मेदारी संभाल रही है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की पूर्व छात्र आतिशी ने दिल्ली के स्कूलों में शिक्षा के सुधार के लिए आम आदमी पार्टी के प्रमुख अभियान में बड़े पैमाने पर काम किया है। कालकाजी से विधायक43 वर्षीय अतिशी सिसोदिया के दिल्ली की अब समाप्त हो चुकी, शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार होने के बाद मंत्री बनी। जब केजरीवाल और सिसोदिया जेल में थे, तब आतिशी ने पार्टी के कार्यक्रम और मीडिया के साथ बातचीत कर पार्टी की स्थिति को स्पष्ट किया था।
चुनाव होने में कई महीने-
15 अगस्त को दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस समारोह में तिरंगा फहराने के लिए केजरीवाल ने उन्होंने चुना। हालांकि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस योजना को विफल कर दिया। लेकिन यह स्पष्ट था कि आम आदमी पार्टी के नेतृत्व ने अतिशी पर बहुत भरोसा किया। केजरीवाल द्वारा इस्तीफा देने की घोषणा करना चौंकाने वाला था। रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा, कि वह दो दिन बाद इस्तीफा दे देंगे। जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती, वह कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। वहीं दिल्ली में चुनाव होने में अभी कई महीने बाकी हैं।
ये भी पढ़ें- अरविंद केजरीवाल के बाद कौन बनेगा दिल्ली का सीएम? जेल से बाहर आने के बाद क्यों की इस्तीफे की घोषणा? जानें
अदालत से न्याय-
मुझे कानूनी अदालत से न्याय मिला, अब मुझे जनता की अदालत से न्याय मिलेगा, मैं जनता आदेश के बाद ही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें दिल्ली की शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में जमानत दे दी थी। जमानत के आदेश ने उनकी गिरफ्तारी के 6 महीने बाद जेल से रिहाई का रास्ता साफ कर दिया। राष्ट्रीय राजधानी में विधानसभा चुनाव फरवरी में होने हैं। लेकिन केजरीवाल ने मांग की है कि यह चुनाव महाराष्ट्र चुनाव के साथ नवंबर में कराए जाएं। आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, कि वह लोगों से समर्थन मांगने के लिए उनके पास जाएंगे और जनता के फैसले से पहले शीर्ष पदों पर नहीं लौटेंगे।
ये भी पढ़ें- वन नेशन वन इलेक्शन जल्द हो सकता है लागू, घट जाएगा विधानसभा का कार्यकाल, जानें क्या होगा राज्यों पर असर