Shraddha Mishra: सा रे गा मा पा 2024 के ग्रैंड फिनाले में 24 वर्षीय श्रद्धा मिश्रा ने अपनी प्रतिभा के दम पर शो की ट्रॉफी अपने नाम की। अपनी इस यादगार जीत के बाद श्रद्धा की खुशी का ठिकाना नहीं है, लेकिन उनका कहना है कि जीत से भी ज्यादा खूबसूरत उनका सफर रहा है।
परिवार का सपना हुआ साकार(Shraddha Mishra)-
“जब मैंने ट्रॉफी उठाई तो मेरे माता-पिता की आंखों में खुशी के आंसू थे,” श्रद्धा ने बताया। “पापा का कहना है कि हमारी सालों की मेहनत आज रंग लाई है।” उन्होंने आगे कहा, “मेरे लिए इस शो का सफर मंजिल से भी ज्यादा खूबसूरत रहा। मैंने हर पल का आनंद लिया और मेंटर्स से सीखने का जो मौका मिला, वह अनमोल है।”
जीत के पल की कहानी(Shraddha Mishra)-
विजेता घोषित होने के पल को याद करते हुए श्रद्धा की आवाज में उत्साह साफ झलकता है। “जब मेरा नाम अनाउंस हुआ, तो सबसे पहले मैंने अपने मेंटर्स सचिन-जिगर सर की तरफ देखा। उनके चेहरे पर जो खुशी थी, वह देखकर मैं गर्व से भर गई। मैंने तुरंत उन्हें गले लगा लिया।”
बचपन से संगीत का सफर-
श्रद्धा के जीवन में संगीत की शुरुआत बचपन से ही हो गई थी। “मम्मी ने मुझे सिंगिंग क्लास में डाला और पापा मुझे कॉम्पटीशन में ले जाते थे। बचपन में मुझे कॉम्पटीशन में भाग लेना पसंद नहीं था, लेकिन पापा जबरदस्ती भेजते थे, ताकि मेरा कॉन्फीडेंस बढ़े। आज मैं मान गई हूं कि उनका यह फैसला कितना सही था।”
भविष्य की योजनाएं-
Class 1 से ही संगीत की शिक्षा शुरू करने वाली श्रद्धा ने Class 8 में आते-आते इसे career के रूप में चुन लिया। “अब मैं इस फील्ड में और भी बेहतर करना चाहती हूं। मेरे पेरेंट्स ने शुरू से ही मेरा साथ दिया है, जिसके लिए मैं हमेशा उनकी आभारी रहूंगी।”
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मार्गदर्शकों का योगदान-
श्रद्धा के लिए सा रे गा मा पा का सफर सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं था, बल्कि यह एक लर्निंग एक्सपिरियंस था। शो के दौरान उन्होंने अपने मेंटर्स से गायकी के कई गुर सीखे और अपनी प्रतिभा को निखारा।
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