Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में जारी महाकुंभ मेला इस बार कुछ खास है। उत्तर प्रदेश सरकार ने 29 जनवरी को होने वाली मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की तैयारी की है। यह 12 साल बाद आयोजित हो रहा महाकुंभ, जो विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम के रूप में जाना जाता है, एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव की ओर इशारा करता है।
महत्वपूर्ण कदम(Maha Kumbh 2025)-
योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस बार महाकुंभ को और भी भव्य बनाने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। श्रद्धालुओं को उनके प्रवेश बिंदु के सबसे नजदीकी घाट पर स्नान करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। 27 से 29 जनवरी तक जोन के बीच आवागमन पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है, और संगम नोज पर श्रद्धालुओं की आवाजाही को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है।
तकनीकी संसाधनों का उपयोग-
भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन ने कई तकनीकी संसाधनों का उपयोग करने की योजना बनाई है। रस्सियां, लाउड हेलर, सीटी, फ्लाइंग स्क्वाड और वॉच टावर टीम को तैनात किया जाएगा। घाटों पर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए नदी में बैरिकेडिंग, जल पुलिस, वॉच टावर, बेहतर रोशनी, स्पष्ट साइनेज, शौचालय, चेंजिंग रूम और व्यापक सफाई व्यवस्था की गई है।
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मौनी अमावस्या-
मौनी अमावस्या महाकुंभ का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। हालांकि हर दिन पवित्र स्नान किया जा सकता है, लेकिन कुछ विशेष तिथियां अधिक शुभ मानी जाती हैं। इस साल के महाकुंभ में कुछ महत्वपूर्ण अमृत स्नान की तिथियां हैं: 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा), 14 जनवरी (मकर संक्रांति), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या), 3 फरवरी (बसंत पंचमी), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महाशिवरात्रि)।
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महाकुंभ 2025 केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का एक जीवंत उदाहरण है। प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत है, जो इस अद्भुत आध्यात्मिक यात्रा का हिस्सा बनेंगे।