Aam Aadmi Party: वर्ष 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी की करारी हार के बाद, पूर्व आप नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भूषण ने कहा कि पार्टी के पतन के लिए केजरीवाल पूरी तरह जिम्मेदार हैं और यह आप का अंत शुरू हो चुका है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से पार्टी के पतन तक(Aam Aadmi Party)-
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी प्रतिक्रिया में भूषण ने कहा, “वैकल्पिक राजनीति के लिए बनी पार्टी को केजरीवाल ने एक भ्रष्ट संगठन में तब्दील कर दिया।” उन्होंने आगे कहा कि पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांतों पर खड़ी पार्टी अब एक व्यक्ति के नियंत्रण में आ गई है। लोकपाल की नियुक्ति न करना और पार्टी के अपने लोकपाल को हटाना इसका प्रमाण है।
Kejriwal is largely responsible for AAP’s Delhi debacle. A party formed for alternative politics which was supposed to be transparent, accountable & democratic was quickly transformed by Arvind into a supremo dominated, non transparent & corrupt party which didn’t pursue a Lokpal…
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) February 8, 2025
शीशमहल विवाद पर तीखी टिप्पणी(Aam Aadmi Party)-
भूषण ने केजरीवाल के आलीशान आवास ‘शीशमहल’ का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने अपने मूल विचारों को त्याग दिया और लग्जरी कारों में यात्रा करने लगे। “उन्होंने आप द्वारा गठित विशेषज्ञ समितियों की 33 विस्तृत नीतिगत रिपोर्टों को नजरअंदाज कर दिया, यह कहते हुए कि पार्टी समय आने पर उपयुक्त नीतियां अपनाएगी। उनका मानना था कि राजनीति आडंबर और प्रचार से की जा सकती है।”
अन्ना हजारे की निराशा(Aam Aadmi Party)-
केजरीवाल के “गुरु” और सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भी अपनी निराशा व्यक्त की। उन्होंने केजरीवाल को उनका वह वादा याद दिलाया जिसमें उन्होंने कहा था कि वे जीवन भर एक छोटे से कमरे में रहेंगे। हजारे ने कहा कि शीशमहल बनवाकर केजरीवाल ने अपनी ‘आम आदमी’ की छवि को खो दिया है।
2012 में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से जन्मी आम आदमी पार्टी ने हजारे के अनुसार अपना रास्ता खो दिया है, क्योंकि पार्टी ने जनसेवा की बजाय धन को प्राथमिकता दी।
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चुनावी हार का करारा झटका-
2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में आप को बड़ा झटका लगा है। 2020 में जीती गई 62 सीटों से गिरकर पार्टी को इस बार मात्र 22 सीटें मिली हैं। भाजपा ने शानदार वापसी करते हुए 48 सीटें जीती हैं। खुद केजरीवाल को नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी परवेश वर्मा के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
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