Ukraine’s Cyber Attack on X: सोशल मीडिया जगत में हलचल मचा देने वाली एक बड़ी घटना में बीते सोमवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) प्लेटफॉर्म पर कथित तौर पर एक बड़ा साइबर अटैक हुआ। इस अटैक के चलते दुनियाभर के हजारों यूजर्स को प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लोगों को वेबसाइट पर लगातार एरर मैसेज दिखते रहे और कई तो एक्स पर लॉग इन तक नहीं कर पा रहे थे।
मामले ने तब और भी ज्यादा तूल पकड़ लिया जब एक्स के मालिक और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में शामिल एलन मस्क ने इसे एक बड़ी साजिश करार दिया। अब मस्क ने एक और चौंकाने वाला दावा कर दिया है कि इस हमले के पीछे यूक्रेन का हाथ है।
Ukraine’s Cyber Attack on X मस्क ने फॉक्स न्यूज पर किया बड़ा खुलासा-
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी माने जाने वाले एलन मस्क ने मंगलवार को फॉक्स न्यूज पर लैरी कुडलो के साथ एक इंटरव्यू के दौरान इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “हमें अभी ठीक से पता नहीं है कि वास्तव में क्या हुआ था। लेकिन हमला करने वाले लोगों का आईपी एड्रेस यूक्रेन का है। एक्स सिस्टम को डाउन करने के लिए एक बड़ा साइबर हमला किया गया था।”
मस्क के इस बयान से पहले सोमवार को ही उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करके संकेत दिया था कि इस हमले के पीछे कोई बड़ा संगठित समूह या फिर कोई देश हो सकता है। उन्होंने लिखा था, “X पर एक बड़ा साइबर हमला हुआ है (और अभी भी जारी है)। हम पर हर दिन हमले होते हैं, लेकिन यह बहुत अधिक संसाधनों के साथ किया गया है। इसमें या तो एक बड़ा, संगठित समूह और/या कोई देश शामिल है।”
Ukraine’s Cyber Attack on X फिलिस्तीन समर्थक हैकर समूह ने ली जिम्मेदारी?
जहां एलन मस्क यूक्रेन को इस घटना का जिम्मेदार बता रहे हैं, वहीं इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस साइबर हमले की जिम्मेदारी फिलिस्तीन समर्थक हैकर समूह ‘डार्क स्टॉर्म टीम’ ने ली है। यह समूह DDoS (डिस्ट्रिब्यूटेड डिनायल ऑफ सर्विस) अटैक के लिए कुख्यात है।
‘डार्क स्टॉर्म टीम’ आमतौर पर उन देशों और संस्थाओं को निशाना बनाती है जो गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों का समर्थन करती हैं। खास तौर पर एलन मस्क ने हाल के महीनों में इजरायल का खुलकर समर्थन किया है और इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ उनकी मुलाकात भी हुई थी।
यूजर्स को हुईं परेशानियां-
इस साइबर हमले के दौरान कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर अपनी परेशानियां साझा कीं। एक यूजर ने लिखा, “मैं पिछले दो घंटे से एक्स पर लॉग इन करने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन हर बार एरर आ रहा है। कुछ समझ में नहीं आ रहा।” वहीं कई अन्य यूजर्स ने बताया कि वे लॉग इन तो कर पा रहे थे लेकिन उनकी टाइमलाइन लोड नहीं हो रही थी या फिर पोस्ट नहीं कर पा रहे थे।
डाउनडिटेक्टर नामक वेबसाइट, जो ऑनलाइन सेवाओं में आने वाली बाधाओं को ट्रैक करती है, के अनुसार सोमवार को अमेरिकी समयानुसार सुबह लगभग 10 बजे 40,000 से अधिक आउटेज रिपोर्ट्स दर्ज की गईं। इससे इस बाधा के विशाल पैमाने का अंदाजा लगाया जा सकता है।
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की राय-
साइबर सुरक्षा के विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के बड़े पैमाने पर हमले अक्सर राजनीतिक या आर्थिक कारणों से प्रेरित होते हैं। भारतीय साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ राकेश कुमार ने कहा, “डीडीओएस अटैक आजकल बहुत आम हो गए हैं। इसमें हैकर्स एक साथ कई कंप्यूटरों से टारगेट सर्वर पर ट्रैफिक भेजकर उसे ओवरलोड कर देते हैं, जिससे वह डाउन हो जाता है।”
उन्होंने आगे बताया, “अगर वाकई में यह यूक्रेन से जुड़ा हुआ है, तो इसके पीछे मस्क द्वारा रूस-यूक्रेन युद्ध में रूस का समर्थन करने की उनकी स्थिति हो सकती है। मस्क के स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सेवा को लेकर भी यूक्रेन के साथ विवाद रहा है।”
एलन मस्क और विवाद-
दिलचस्प बात यह है कि एलन मस्क अक्सर अपने बयानों और कार्यों को लेकर विवादों में रहते हैं। उन्होंने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किया था, जिससे उनके आलोचकों की संख्या और बढ़ गई है। मस्क ने एक्स को 2022 में 44 अरब डॉलर में खरीदा था और तब से प्लेटफॉर्म में कई बदलाव किए हैं। इनमें कंटेंट मॉडरेशन पॉलिसीज में बदलाव, स्टाफ की छंटनी और प्लेटफॉर्म का नाम बदलकर एक्स करना शामिल है। इन परिवर्तनों ने भी कई विवाद खड़े किए हैं।
ये भी पढ़ें- अब घर बैठे बनवा सकते हैं न्यू बॉर्न बेबी का आधार कार्ड, यहां जानिए पूरा प्रोसेस
क्या होगा आगे?
अब देखना यह है कि एलन मस्क अपने इस दावे के साथ कितने मजबूती से खड़े रहते हैं और क्या वे इसके पीछे कोई ठोस सबूत पेश कर पाते हैं। वहीं अगर यह साइबर हमला वाकई में यूक्रेन से जुड़ा है, तो इससे रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच एक नया मोड़ आ सकता है, जहां साइबर युद्ध एक नया आयाम ले सकता है।
फिलहाल, एक्स की तकनीकी टीम प्लेटफॉर्म को पूरी तरह से बहाल करने के लिए लगातार काम कर रही है। कंपनी के अधिकारिक स्टेटस पेज पर एक संदेश पोस्ट किया गया है कि वे “एक जटिल तकनीकी समस्या” पर काम कर रहे हैं और जल्द ही सभी सेवाएं सामान्य हो जाएंगी।
ये भी पढ़ें- Samsung Galaxy A56 और A36 भारत में हुए लॉन्च, जानिए दमदार फीचर्स और आकर्षक कीमतें