Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। एक साक्षात्कार में उन्होंने राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को ‘भारत तोड़ो अभियान’ करार दिया। योगी आदित्यनाथ का कहना था कि राहुल गांधी भारतीय राजनीति के लिए सिर्फ एक उदाहरण हैं, जिससे बीजेपी को हमेशा एक साफ रास्ता मिलता रहेगा।
Yogi Adityanath राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा पर योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया–
योगी आदित्यनाथ ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “भारत जोड़ो यात्रा दरअसल भारत तोड़ो अभियान है। उन्होंने भारत की आलोचना विदेशों में की, और यह देश ने समझ लिया है। राहुल गांधी की नीयत और स्वभाव को अब हर कोई जान चुका है।” उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भारतीय राजनीति में राहुल गांधी जैसे ‘कुछ नमूनों’ का होना जरूरी है ताकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए रास्ता हमेशा साफ और सही बना रहे।
Our Sentiments are very badly hurt
CM Yogi Adityanath in a podcast with @smitaprakash is calling our leader
Rahul Gandhi ji as ' namuna '
And yesterday itself BJP & Shiv Sena( Eknath Shinde ) leaders justifying vandalism said , there will be reaction to action , as '… pic.twitter.com/RU9uIor1rR
— Harmeet Kaur K (@iamharmeetK) March 26, 2025
राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत 7 सितंबर 2022 को कanyakumari से की थी और यह यात्रा 130 दिनों से अधिक समय तक चली, 30 जनवरी 2023 को श्रीनगर में समाप्त हुई। इस यात्रा का उद्देश्य देशभर में एकता, भाईचारे और समानता को बढ़ावा देना था। हालांकि, योगी आदित्यनाथ ने इस यात्रा को कांग्रेस के एजेंडे से जोड़ा और उसे भारत के हितों के खिलाफ करार दिया।
Yogi Adityanath कांग्रेस ने योगी आदित्यनाथ पर किया पलटवार–
योगी आदित्यनाथ के इस हमले के जवाब में, कांग्रेस सांसद के सुरेश ने यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से बिगड़ चुकी है और योगी आदित्यनाथ को महाकुंभ stampede पर भी जवाब देना चाहिए, जहां कई लोगों की जान चली गई थी। सुरेश ने ANI से बात करते हुए कहा, “यह पहली बार नहीं है जब योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला बोला है। हमें इसका जवाब देने की जरूरत नहीं है।”
उन्होंने योगी आदित्यनाथ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ stampede में मारे गए लोगों के परिवारों को ₹25 लाख देने का वादा किया था, लेकिन अब तक किसी को भी कोई मुआवजा नहीं दिया गया। यूपी में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।” इसके अलावा, सुरेश ने कहा, “महाकुंभ stampede में कई लोग प्रभावित हुए थे, लेकिन योगी आदित्यनाथ अब कांग्रेस और INDIA गठबंधन पर आरोप लगा रहे हैं, जबकि खुद उनकी सरकार में गंभीर मुद्दे हैं।”
Yogi Adityanath कांग्रेस और बीजेपी के बीच बढ़ती तनातनी–
इस विवाद ने कांग्रेस और बीजेपी के बीच बढ़ती राजनीति और तीखे हमलों को और हवा दी है। जहां योगी आदित्यनाथ बीजेपी के रणनीतिक तरीके से कांग्रेस को निशाना बना रहे हैं, वहीं कांग्रेस भी इस पर पलटवार करने में पीछे नहीं है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद, कांग्रेस ने दावा किया था कि यह यात्रा देश में एकता की भावना को मजबूत करने का काम करेगी, लेकिन बीजेपी इसे अपने राजनीतिक दृष्टिकोण से नकारात्मक रूप से पेश कर रही है।
इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ समय से बढ़ते अपराध और कानून-व्यवस्था की स्थिति भी एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। महाकुंभ stampede, जिसमें कई श्रद्धालु मारे गए थे, ने योगी सरकार की विफलता को उजागर किया था। ऐसे में कांग्रेस ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है।
भारत जोड़ो यात्रा और उसकी राजनीतिक अहमियत–
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा, जो देशभर में एकता और भाईचारे के प्रतीक के रूप में शुरू हुई थी, राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण रही। यात्रा ने ना केवल राहुल गांधी को एक नयी पहचान दी, बल्कि कांग्रेस पार्टी को भी नए सिरे से देशभर में सक्रिय होने का एक मौका दिया। हालांकि, विपक्षी दल इसे एक राजनीतिक स्टंट और कांग्रेस के एजेंडे का हिस्सा मानते हैं। बीजेपी की तरफ से इसे ‘भारत तोड़ो अभियान’ के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जिसका उद्देश्य कांग्रेस की नीतियों और राहुल गांधी की सोच को चुनौती देना है।
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योगी आदित्यनाथ और राहुल गांधी-
योगी आदित्यनाथ और राहुल गांधी के बीच यह राजनीतिक जंग दर्शाता है कि आगामी चुनावों के लिए दोनों पार्टियां अपनी-अपनी रणनीतियां बनाकर काम कर रही हैं। जहां योगी आदित्यनाथ अपनी सरकार के कार्यों का बचाव कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस पार्टी के नेता यूपी में सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं। इस तरह की राजनीतिक बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप से साफ है कि यूपी में आगामी चुनावों के पहले कांग्रेस और बीजेपी के बीच टक्कर होने वाली है।
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