Bangalore-Kamakhya Express Accident: ओडिशा के कटक जिले में रविवार को एक बड़ा रेल हादसा हो गया, जिसमें बेंगलुरु-कामाख्या एसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के 11 कोच पटरी से उतर गए। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि सात अन्य यात्री घायल हो गए हैं। हादसे के बाद रेलवे और स्थानीय प्रशासन की ओर से तत्काल बचाव अभियान शुरू किया गया।
एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी सुभाष चंद्र राय ने कहा, “हमें एक शव प्राप्त हुआ है और कुछ यात्री घायल हैं। घायल यात्रियों का इलाज करने के लिए डॉक्टरों की तीन टीमें लगाई गई हैं।” मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
Bangalore-Kamakhya Express Accident हादसा कैसे और कब हुआ?
पीटीआई के अनुसार, ट्रेन के कोच सुबह लगभग 11:54 बजे पूर्वी तट रेलवे के खुर्दा रोड डिवीजन के कटक-नेरगुंडी रेलवे सेक्शन में नेरगुंडी स्टेशन के पास पटरी से उतर गए। अशोक कुमार मिश्रा ने एक अपडेट में बताया कि एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और फायर सर्विसेज को तुरंत गतिशील किया गया, और एक राहत ट्रेन पहले ही दुर्घटना स्थल पर भेज दी गई है। रेलवे प्राधिकरण ने स्थिति में सहायता के लिए फ्रंटलाइन अधिकारियों और सहायक कर्मचारियों को भी तैनात किया है। “हमारे संसाधन मौके पर हैं, और हम प्रभावित लोगों की सुरक्षा और त्वरित सहायता सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रहे हैं,” मिश्रा ने अपने बयान में कहा।
#WATCH | Bhubaneswar, Odisha: On Kamakhya Express train derailed near Nergundi Railway Station in Cuttack, DM Dattatraya Bhausaheb Shinde says, "One person has died in the incident…8 people injured needed a referral and have been shifted…An enquiry is being done of the… pic.twitter.com/VTqK4my5OQ
— ANI (@ANI) March 30, 2025
Bangalore-Kamakhya Express Accident अधिकारियों का त्वरित प्रतिक्रिया-
डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) खुर्दा रोड, ईकोर के जनरल मैनेजर और अन्य उच्च स्तरीय अधिकारियों को भी तुरंत मौके पर भेजा गया। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, एक दुर्घटना राहत और चिकित्सा राहत ट्रेन को भी मौके पर भेजा गया है। ईकोर अधिकारियों ने बताया कि पटरी से उतरने के कारण कई ट्रेनों के मार्ग बदल दिए गए हैं।
ईकोर अधिकारियों ने यह भी कहा कि वे यात्रियों को उनके संबंधित गंतव्यों तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर रहे हैं, जिसके बाद वे बहाली कार्य शुरू करेंगे। रेलवे ने सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। यात्री अपडेट या मदद के लिए निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं: 8455885999 8991124238
12551 SMVT Bengaluru – Kamakhya AC Express derailed at Manguli near Cuttack/KUR DIV/ECoR
No casualty or injuries yet reported.
Officials confirmation from @EastCoastRail will be updated soon#TrainDerailment pic.twitter.com/xLEHyHZUAA
— ECoR Railfans (@ecor_railfans) March 30, 2025
दुर्घटना का कारण अभी अज्ञात-
अभी तक, पटरी से उतरने का कारण अभी भी जांच के अधीन है, और रेलवे अधिकारी ट्रैक के प्रभावित हिस्से पर सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि उनका कार्यालय तटीय राज्य में ट्रेन दुर्घटना के बाद ओडिशा सरकार के संपर्क में है।
“मैं ओडिशा में 12551 कामाख्या एक्सप्रेस से जुड़ी घटना से अवगत हूं। @CMOfficeAssam ओडिशा सरकार और रेलवे के संपर्क में है। हम हर प्रभावित व्यक्ति तक पहुंचेंगे,” सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा।
राहत और बचाव कार्य की चुनौतियां-
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, दुर्घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण रहा है। बचाव दल को मलबे के बीच फंसे यात्रियों को निकालने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी। स्थानीय लोगों ने भी बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिन्होंने घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की।
प्रत्यक्षदर्शी राजेश कुमार ने बताया, “हम सब अपने-अपने डिब्बों में थे जब अचानक एक जोरदार झटका लगा और ट्रेन रुक गई। कुछ ही क्षणों में चारों ओर अफरातफरी मच गई। कई यात्री अपने सामान के साथ बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे, जबकि कुछ लोग घायलों की मदद कर रहे थे।”
यात्रियों के अनुभव-
इस दुर्घटना में बचे अनेक यात्रियों ने अपने डरावने अनुभव साझा किए। कोलकाता जा रहे सुनील मेहता ने बताया, “मैं अपनी बर्थ पर सो रहा था जब एक तेज आवाज के साथ हमारा कोच हिलने लगा। मेरा सिर दीवार से टकरा गया और मुझे माथे पर चोट लगी। मैंने जैसे-तैसे अपने आप को संभाला और बाहर निकला। बाहर का दृश्य बहुत भयावह था, कई कोच एक-दूसरे पर चढ़े हुए थे।”
एक अन्य यात्री प्रियंका शर्मा ने कहा, “हम सभी को बहुत डर लग रहा था। लेकिन रेलवे स्टाफ और स्थानीय लोगों ने बहुत अच्छी तरह से हमारी मदद की। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया और बाकी यात्रियों के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था की गई।”
ट्रेन सुरक्षा पर सवाल-
यह दुर्घटना एक बार फिर भारतीय रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है। पिछले कुछ वर्षों में देश के विभिन्न हिस्सों में कई ट्रेन दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें अनेक लोगों की जान गई है। रेल सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि पुरानी पटरियों का नवीनीकरण और नियमित रखरखाव इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक है। रेल सुरक्षा विशेषज्ञ विनोद शर्मा के अनुसार, “रेलवे ट्रैक के रखरखाव और नियमित जांच पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। सिग्नलिंग सिस्टम और ट्रैक मॉनिटरिंग तकनीक को अपग्रेड करना भी महत्वपूर्ण है।”
प्रभावित यात्रियों के लिए मुआवजा-
रेल मंत्रालय ने प्रभावित यात्रियों और मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है। मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 50,000 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इसके अलावा, रेलवे ने यह भी सुनिश्चित किया है कि प्रभावित यात्रियों के लिए वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था की जाए।
असम सरकार की प्रतिक्रिया-
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस दुर्घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है, क्योंकि कामाख्या एक्सप्रेस असम के गुवाहाटी जा रही थी। उन्होंने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे ओडिशा सरकार और रेलवे अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क में रहें और असम के यात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान करें। असम सरकार ने अपने अधिकारियों की एक टीम को भी ओडिशा भेजने का फैसला किया है, जो वहां जाकर असम के यात्रियों की स्थिति का जायजा लेगी और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।
सुरक्षा उपायों की समीक्षा-
इस दुर्घटना के बाद, रेल मंत्रालय ने देश भर में ट्रेनों की सुरक्षा उपायों की व्यापक समीक्षा करने का निर्णय लिया है। रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुमनाम रहने की शर्त पर बताया, “हम ट्रैक के रखरखाव और सिग्नलिंग सिस्टम की जांच के लिए एक विशेष अभियान शुरू करेंगे। जो भी कमियां पाई जाएंगी, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाएगा।”
भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक है, और इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में सुरक्षा के क्षेत्र में कई सुधार किए गए हैं, लेकिन इस तरह की दुर्घटनाएं यह दर्शाती हैं कि अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
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यात्रा के दौरान सुरक्षा-
यह दुर्घटना एक बार फिर हमें यह याद दिलाती है कि यात्रा के दौरान सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। रेलवे को ट्रैक के रखरखाव, सिग्नलिंग सिस्टम और अन्य सुरक्षा उपायों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही, आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया और बचाव कार्य भी महत्वपूर्ण हैं, जिससे जान-माल का नुकसान कम से कम हो सके। हम आशा करते हैं कि रेल मंत्रालय इस दुर्घटना की गहन जांच करेगा और भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगा। साथ ही, हम प्रभावित यात्रियों और मृतक के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।
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