सनातन धर्म में वृक्षों की सही तरह से पहचान करके ही उन्हें धर्म से जोड़ा जाता है, उन्हीं में से एक नारियल के पेड़ को भी धर्म से जोड़ा गया है। हिंदू धर्म और संस्कृति में नारियल का विशेष महत्व है, नारियल को हिंदू धर्म में बेहद शुभ माना जाता है इसीलिए जब भी हम किसी नए कार्य की शुरुआत करते हैं तो उससे पहले हम नारियल फोड़ते हैं। जब हम मंदिर जाते हैं तब हम भगवान के चढ़ावे में भी नारियल जरूर चढ़ाते हैं।
पूजा को संपन्न करने के लिए नारियल का प्रयोग किया जाता है। नारियल को लक्ष्मी जी का स्वरूप भी माना जाता है, इसलिए इसे श्रीफल भी कहते हैं। आज हम आपको बताते हैं कि देवी की पूजा में नारियल का क्या महत्व है।
यह भी पढ़ें: महाअष्टमी के दिन इन राशियों के लोगों की चमक जाएगी किस्मत
देवी पूजा के लिए नारियल का महत्व-
देवी पूजा के लिए नारियल का विशेष प्रयोग किया जाता है। नवरात्रि के दिनों में नारियल का प्रयोग प्रतीकात्मक बली के रूप में किया जाता है। पूजा में नारियल का जल, गिरी और खोल इन तीनों को अलग तरीके से काम में लिया जाता है। जिस नारियल का प्रयोग पूजा में करते हैं उसका रंग भूरा होना चाहिए और उसमें गिरी और जल दोनों होने चाहिए। नारियल का उपयोग करने से पहले इसकी जटाओं को हटा लेना चाहिए लेकिन अगर आप नारियल कलश पर रख रहे हैं तो इसे जटाओं के साथ ही रखें। नवरात्रि में एक नारियल ले लें। नारियल को चारों तरफ से रक्षा सूत्र से बांध ले इसके बाद इसे कलश के ऊपर रख दें या फिर देवी के चरणों में अर्पित कर दें। नवरात्रि के खत्म हो जाने के बाद इस नारियल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करें, यह नारियल आपको रोगों से मुक्ति दिलाता है।
बुरी दशा में नारियल से बचने के लिए-
नवरात्रि में एक रात को नारियल ले लें। इस नारियल को अपनी गोद में रखें और देवी के सामने बैठकर एक विशेष मंत्र का 108 बार जाप करें, शांतिकर्मणि सर्वत्र तथा दु:स्वन्पदर्शने। ग्रहपीडासु चोग्रासु महात्म्यम श्रृणुयान्मम।।
इस मंत्र का आपको 108 बार जाप करना है। इसके बाद आप देवी से घर की शांति के लिए प्रार्थना करें और सुबह होते ही नारियल को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
संतान की प्राप्ति के लिए-
नवरात्रि के दिनों में किसी भी एक रात को पति पत्नी मिलकर देवी को एक नारियल अर्पित करें। नारियल पर रक्षा सूत्र बांधे और पीली चुनरी में लपेट कर अर्पित करें। नवरात्रि खत्म होने तक नारियल को देवी के सामने ही रहने दें। नवरात्रि के बाद इसे पीली चुनरी में लपेट कर आप जिस कमरे में सोते हैं वहां रखें।
तंत्र मंत्र से छुटकारा पाने के लिए-
एक सूखा नारियल लें इसे ऊपर से ढक्कन के आकार में काट लें इसके बाद इसमें चीनी डाल दें और फिर एक पेड़ के नीचे गड्ढा खोदकर इस नारियल को दबा दें। इससे आपको हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा मिल जाएगा।
सुख समृद्धि के लिए-
नारियल का उपयोग हर पूजा उपासना को संपन्न करने और सुख समृद्धि के लिए किया जाता है। बिना नारियल के पूजा संपन्न नहीं होती। नवरात्रि में आप किसी भी एक रात को आप एक पानी वाला नारियल ले लें और इसे अपनी गोद में रखकर देवी के सामने बैठकर विशेष मंत्र का अधिक से अधिक जाप करें।
यह भी पढ़ें: Chaitra Navratri: नवरात्रि के दिनों में क्यों नहीं खाना चाहिए प्याज और लहसुन?
 
					 
							 
			 
                                 
                             