सोशल मीडिया का लगातार प्रयोग बच्चों के लिए खतरनाक बनता जा रहा है सोशल मीडिया के जरिए छोटे बच्चों को शराब पीने, नशीले दवाइयां और धूम्रपान के साथ-साथ असुरक्षित यौन गतिविधियों की लत जैसी बुरी आदतें लगती जा रही हैं। जी हां, यह बात स्कॉटलैंड में हुई एक अध्ययन से सामने आई इस अध्ययन को बीजेम जर्नल में प्रकाशित किया गया।
अध्ययन में शोधकर्ताओं ने बताया कि सोशल मीडिया के चलते बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है। जिसके चलते हुए कम उम्र में ही बच्चों को शराब पीना, नशीली दवाइयां का इस्तेमाल करना, धूम्रपान और असुरक्षित यौन गतिविधि की लत जैसी बुरी आदतों के शिकार हो रही हैं। इसके चलते देश का भविष्य भी अंधकार की तरफ जा रहा है सोशल मीडिया में हिस्सा लेने से जोखिम भरे यौन व्यवहार में 77% की वृद्धि हुई। इसके साथ ही शारीरिक हमले और आक्रामक जैसी गतिविधियों में तकरीबन 73% बढ़ोतरी हुई है। अध्ययन में कहा गया है कि लगातार सोशल मीडिया के उपयोगकर्ताओं को शराब पीने की लत लगाने की संभावना तीन गुना से भी अधिक हो जाती है।
नशीले पदार्थों की लत-
स्कॉटलैंड में हुए इस अध्ययन के निष्कर्ष से यह पता चलता है कि सोशल मीडिया पर रोजाना कम से कम 2 घंटे बिताने से शराब पीने की संभावना है दोगुनी हो जाती हैं। सोशल मीडिया के उपयोग से शराब की खपत लगभग 48% और नशीले दवाइयां के उपयोग में करीबन 28% जबकि तंबाकू के सेवन में 85% बढ़ोतरी हुई है। अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि सोशल मीडिया की लत बच्चों को नशीले पदार्थों की और आकर्षित करती हैं। इसका कारण यह है कि सोशल मीडिया पर अक्सर ऐसी पोस्ट और सामग्री दिख जाती है जो नशीले पदार्थों का उपयोग करने को बढ़ावा देती हैं। सोशल मीडिया पर लोगों के साथ जोड़ना दोस्त बनाना का तरीका भी नशीली पदार्थ की और बढ़ावा देता है।
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इन तरीकों से बचाए बच्चों को-
अपने बच्चों को सोशल मीडिया की बुरी आदतों से दूर रखने के लिए माता-पिता को अपने बच्चों के सोशल मीडिया के उपयोग पर नजर रखनी चाहिए। साथ बच्चों को नशीले पदार्थों के उपयोग का विरोध करने के लिए उनका प्रोत्साहन करना चाहिए और उन्हें सही गलत की पहचान करनी चाहिए। स्कूलों को बच्चों के लिए नशीले पदार्थों के उपयोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने वाले कार्यक्रम करवाने चाहिए।
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