HMPV Virus: दुनिया ने मानव जाति के इतिहास में साल 2019 में सबसे खराब वायरस SARS, CoV2 और कॉविड-19 जैसे भयानक वायरस का प्रकोप देखा। चीन के वुहान शहर में पहली बार पाया गया, कोविड-19 का वायरस पूरी दुनिया में फैल गया, जिससे लाखों लोगों की जान गई। निमोनिया के लक्षण जैसे गंभीर स्वसन संबंधी बीमारियों को पैदा करने की उसकी क्षमता के साथ, इसके संक्रमण की खतरनाक दर की वजह से विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे कुछ ही हफ्तों में महामारी घोषित कर दिया। जबकि दुनिया कोविड-19 के विनाशकारी परिणाम से जूझ रही है। अब चीन में एक और घातक वायरस के फैलने की रिपोर्ट सामने आई है। जिससे संभावित स्वास्थ्य संकट और प्रसार को रोकने के लिए पूर्ण लॉकडाउन के बारे में नई चिंताएं पैदा हो गई है।
वायरस चीन के राज्यों में तेजी से फैला रहा है(HMPV Virus)-
रिपोर्ट्स की मानें, तो एचएमपीवी नाम का यह वायरस चीन के राज्यों में तेजी से फैला रहा है। जिसकी वजह से हजारों लोग ऑक्सीजन सिलेंडर और आईसीयू बेड की तलाश में अस्पताल में लाइन लगाए हुए खड़े हैं। सबसे पहले 2001 में इस वाइरस को पहचाना गया था। विशेषज्ञों का मानना है, कि यह वायरस संभावित दशकों से मानव आबादी में फैला रहा है। जिसमें रेस्पिरेट्री सिंसिटिइटल वायरस जैसे अन्य श्वसन रोग जनक शामिल हैं।क्या हम इस नए वायरस के खतरे की वजह से देश एक और लॉकडाउन की ओर बढ़ रहे हैं।
घबराने की ज़रुरत?
इस सवाल का जवाब देते हुए, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के अधिकारी डॉक्टर अतुल गोयल का कहना है, कि चीन में फैल रहे HMPV वायरस को लेकर घबराने से मना किया है। डॉ गोयल का कहना है, कि चीन में HMPV वायरस के प्रकोप के बारे में खबरें चल रही हैं। मैं इस मामले में बहुत स्पष्ट होना चाहता हूं, HMPV किसी भी अन्य श्वसन वायरस की तरह है, जो सामान्य सर्दी का कारण बनता है और बहुत बूढ़े और बहुत छोटे बच्चों में यह फ्लू जैसे लक्षण पैदा कर सकता है। इसके साथ एक और लॉकडाउन की संभावना पर बात करते हुए।
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किसी भी लॉकडाउन की योजना नहीं-
अधिकारियों का कहना है कि चीन में फैल रहे एचएमपीवी वायरस की वजह से भारत अभी तक किसी लॉकडाउन की योजना नहीं बना रहा है। वहीं यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने एचएमपीवी को एक श्वसन वायरस के रूप में वर्गीकृत किया है, जो ऊपरी और निचले शोषण संक्रमण का कारण बनता है। सीडीसी के मुताबिक, यह वायरस मुख्य रूप से सभी आयु समूह के व्यक्तियों को प्रभावित करता है। जिसमें बुजुर्ग, छोटे, बच्चे और कमजोर प्रतीक्षा प्रणाली वाले सबसे ज्यादा संवेदनशील होते हैं। इस वायरस से निपटने के लिए वैक्सीन की उपलब्धता के बारे में बात करते हुए सीडीसी ने यह स्पष्ट किया है, कि वर्तमान में एचएमपीवी संक्रमण के लिए कोई विशिष्ट एंटीवायरस उपचार या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
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