Prayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज में 144 साल बाद होने वाले महाकुंभ में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। देश-विदेश से आने वाले भक्तजन पवित्र संगम में स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर होने वाले महास्नान की तैयारियां जोरों पर हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
मेला क्षेत्र बना ‘नो-व्हीकल जोन'(Prayagraj Mahakumbh 2025)-
25 जनवरी से महाकुंभ मेला क्षेत्र को ‘नो-व्हीकल जोन’ घोषित कर दिया गया है। श्रद्धालुओं को अपने वाहन मेला क्षेत्र के बाहर बनाई गई पार्किंग में छोड़ने होंगे। पार्किंग से संगम तट तक की दूरी काफी लंबी है, जिसे देखते हुए मेला प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है।

हैंड कार्ट बने श्रद्धालुओं के सहारा(Prayagraj Mahakumbh 2025)-
मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए हैंड कार्ट की व्यवस्था की गई है। मेला ग्राउंड के सेक्टर-2 में यह सेवा उपलब्ध है, जहां 100 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचाया जा रहा है। एक हैंड कार्ट चालक शिव पूजन ने बताया कि वे श्रद्धालुओं को संगम तक ले जाने के साथ-साथ उनके सामान की भी मदद करते हैं।
रोजगार का नया अवसर(Prayagraj Mahakumbh 2025)-
जैसे वैष्णो देवी की यात्रा में पिट्ठू सहायक होते हैं, वैसे ही प्रयागराज में हैंड कार्ट चालक श्रद्धालुओं के लिए मददगार साबित हो रहे हैं। दो किलोमीटर की दूरी तय करने में यह सेवा काफी सहायक है। इस व्यवस्था से हैंड कार्ट चालकों को रोजगार भी मिल रहा है। एक कार्ट मालिक प्रतिदिन लगभग 2,000 रुपये कमा रहा है।

मौनी अमावस्या की तैयारियां-
29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान के लिए श्रद्धालुओं का जमावड़ा शुरू हो गया है। वीकेंड की भीड़ और पवित्र दिन के करीब आने से शहर में हर कोने से तीर्थयात्रियों का आगमन बढ़ रहा है। रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप और राजमार्ग श्रद्धालुओं से भरे हुए हैं।
श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि-
शुक्रवार और शनिवार को 1.25 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। अधिकारियों का अनुमान है कि मौनी अमावस्या पर लगभग 10 करोड़ श्रद्धालु पवित्र स्नान करेंगे। श्रद्धालुओं की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए सभी सेक्टर और जोन में विशेष व्यवस्था की गई है।

प्रशासनिक तैयारियां-
अमृत स्नान के दौरान जनसुविधा को प्राथमिकता देते हुए कोई विशेष प्रोटोकॉल लागू नहीं किया जाएगा। सभी पार्किंग क्षेत्रों को सक्रिय कर दिया गया है और श्रद्धालुओं के लिए बुनियादी सुविधाओं से लैस किया गया है। ट्रैफिक प्लान के अनुसार, वाहनों को पहले निकटतम पार्किंग जोन और फिर वैकल्पिक पार्किंग क्षेत्रों की ओर निर्देशित किया जाएगा।
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मार्गदर्शन की व्यवस्था-
श्रद्धालुओं को सही दिशा में मार्गदर्शन के लिए 2,000 से अधिक नए साइनेज लगाए गए हैं। इससे बिना किसी परेशानी के नेविगेशन सुनिश्चित होगा। प्रशासन का प्रयास है, कि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो और वह सुगमता से अपनी यात्रा पूरी कर सकें।
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