प्रवचन की आड़ में महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बनाने वाला नारायण साईं अकेला ऐसा बाबा नहीं है, जिसे यौन शोषण के मामले में दोषी ठहराया गया है। भारत में ऐसे बहुत से बाबा है, जो धर्म का चौला पहनकर भोले-भाले भक्तों और महिलाओं को बेवकूफ बनाते हैं। उनका यौन शोषण करते हैं। यही नहीं वे अपने भक्तों के साथ ठगी करने से भी नहीं चूकते। आइये हम बताते है ऐसे ही कुछ बाबाओं की करतूतों के बारे में…
आसाराम
आसाराम का पूरा नाम आसूमल थाऊमल सिरुमलानी है। उसके भक्त उसे बापू के नाम से सम्बोधित करते हैं। आसाराम के 450 से अधिक छोटे-बड़े आश्रम हैं। आसाराम का नाम हमेशा विवादों से जुड़ा रहा। उसके खिलाफ आपराधिक मामलों में कई याचिकाएं दायर की गई। सबसे बड़ा मामला था 2012 में नाबालिग लड़की के यौन शोषण का। इस मामले की आंच बाद में आसाराम के बेटे नारायण साईं तक जा पहुंची। इस मामले में न्यायालय ने आसाराम को 5 साल तक न्यायिक हिरासत में रखने के बाद उम्रकैद की सजा सुनाई थी। फ़िलहाल आसाराम जोधपुर जेल की सलाखों के पीछे कैद है। लड़की के यौन शोषण का यह मामला 20 अगस्त 2013 को प्रकाश में आया था। जब इसकी एफआईआर दिल्ली के कमला नगर थाने में रात के 2 बजे दर्ज कराई गई थी। जबकि घटना जोधपुर के मड़ई में स्थित फार्म हाउस की थी।
राम रहीम इंसा
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा को अगस्त 2017 में दो साध्वियों के साथ बलात्कार किए जाने के मामले में दोषी करार दिया गया था। जिसके लिए उसे 28 अगस्त को 20 साल की सज़ा सुनाई गई। फैसला सुनते ही राम रहीम कोर्ट में अपने होश खो बैठा था। इसके बाद हरियाणा के कई शहरों की बिजली काट दी गई थी। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए पंचकुला में सेना ने फ्लैग मार्च किया था। उसके समर्थक लगातार हिंसा की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। खासकर हरियाणा और पंजाब में तो समर्थकों की भीड़ ने सरकार के हाथ-पैर फुला दिए थे। ये मामला तब चर्चा में आया था जब अप्रैल 2002 में एक साध्वी ने चिट्ठी लिखकर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को यौन शौषण की शिकायत भेजी। हाईकोर्ट ने इस चिट्ठी के तथ्यों की जांच के लिए सिरसा के सेशन जज को भेजा था और सीबीआई ने राम रहीम पर धारा 376, 506 और 509 के तहत मामला दर्ज किया था।
स्वामी परमानंद
यूपी के बाराबंकी रहने वाले बाबा राम शंकर तिवारी उर्फ स्वामी परमानंद पर बच्चा पैदा करने के नाम पर महिलाओं के यौन शोषण का आरोप लगा था। बाबा पर आरोप था कि वो उन महिलाओं का यौन शोषण करता जो बच्चे न हो पाने की वजह से परेशान थीं। महिलाएं इलाज के लिए बाबा के पास आती थीं। बाबा दावा करता था कि उसके आश्रम में पूजा करवाने वाली सभी महिलाओं को बेटा हुआ है। बाबा कई वर्षों से इस कृत्य को अंजाम दे रहा था, लेकिन खुलासा वीडियो वायरल होने पर हुआ। हुआ यूं कि स्वामी परमानंद का पर्सनल कंप्यूटर खराब हो गया। उसने इसे इंजीनियर के पास भेजा। इंजीनियर ने कंप्यूटर में मौजूद वीडियो जब देखा, तो आवाक रह गया। इस स्वामी के काले कारनामे मौजूद थे। उसने वीडियो को वायरल कर दिया। इसके बाद पुलिस ने कई दिनों की मेहनत के बाद स्वामी को गिरफ्तार कर लिया। बाबा ने 100 से अधिक महिलाओं के यौन शोषण की बात कबूली थी। उस पर रेप, हत्या के प्रयास, लूट और जालसाजी सहित कुल 11 आपराधिक केस दर्ज किए गए थे। अब वो जेल में बंद है।
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प्रवचन की आड़ में महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बनाने वाला नारायण साईं अकेला ऐसा बाबा नहीं है, जिसे यौन शोषण के मामले में दोषी ठहराया गया है। भारत में ऐसे बहुत से बाबा है, जो धर्म का चौला पहनकर भोले-भाले भक्तों और महिलाओं को बेवकूफ बनाते हैं। उनका यौन शोषण करते हैं। यही नहीं वे अपने भक्तों के साथ ठगी करने से भी नहीं चूकते। आइये हम बताते है ऐसे ही कुछ बाबाओं की करतूतों के बारे में…आसाराम आसाराम का पूरा नाम आसूमल थाऊमल सिरुमलानी है। उसके भक्त उसे बापू के नाम से सम्बोधित करते हैं। आसाराम के 450 से अधिक छोटे-बड़े आश्रम हैं। आसाराम का नाम हमेशा विवादों से जुड़ा रहा। उसके खिलाफ आपराधिक मामलों में कई याचिकाएं दायर की गई। सबसे बड़ा मामला था 2012 में नाबालिग लड़की के यौन शोषण का। इस मामले की आंच बाद में आसाराम के बेटे नारायण साईं तक जा पहुंची। इस मामले में न्यायालय ने आसाराम को 5 साल तक न्यायिक हिरासत में रखने के बाद उम्रकैद की सजा सुनाई थी। फ़िलहाल आसाराम जोधपुर जेल की सलाखों के पीछे कैद है। लड़की के यौन शोषण का यह मामला 20 अगस्त 2013 को प्रकाश में आया था। जब इसकी एफआईआर दिल्ली के कमला नगर थाने में रात के 2 बजे दर्ज कराई गई थी। जबकि घटना जोधपुर के मड़ई में स्थित फार्म हाउस की थी।राम रहीम इंसाडेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा को अगस्त 2017 में दो साध्वियों के साथ बलात्कार किए जाने के मामले में दोषी करार दिया गया था। जिसके लिए उसे 28 अगस्त को 20 साल की सज़ा सुनाई गई। फैसला सुनते ही राम रहीम कोर्ट में अपने होश खो बैठा था। इसके बाद हरियाणा के कई शहरों की बिजली काट दी गई थी। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए पंचकुला में सेना ने फ्लैग मार्च किया था। उसके समर्थक लगातार हिंसा की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। खासकर हरियाणा और पंजाब में तो समर्थकों की भीड़ ने सरकार के हाथ-पैर फुला दिए थे। ये मामला तब चर्चा में आया था जब अप्रैल 2002 में एक साध्वी ने चिट्ठी लिखकर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को यौन शौषण की शिकायत भेजी। हाईकोर्ट ने इस चिट्ठी के तथ्यों की जांच के लिए सिरसा के सेशन जज को भेजा था और सीबीआई ने राम रहीम पर धारा 376, 506 और 509 के तहत मामला दर्ज किया था।स्वामी परमानंदयूपी के बाराबंकी रहने वाले बाबा राम शंकर तिवारी उर्फ स्वामी परमानंद पर बच्चा पैदा करने के नाम पर महिलाओं के यौन शोषण का आरोप लगा था। बाबा पर आरोप था कि वो उन महिलाओं का यौन शोषण करता जो बच्चे न हो पाने की वजह से परेशान थीं। महिलाएं इलाज के लिए बाबा के पास आती थीं। बाबा दावा करता था कि उसके आश्रम में पूजा करवाने वाली सभी महिलाओं को बेटा हुआ है। बाबा कई वर्षों से इस कृत्य को अंजाम दे रहा था, लेकिन खुलासा वीडियो वायरल होने पर हुआ। हुआ यूं कि स्वामी परमानंद का पर्सनल कंप्यूटर खराब हो गया। उसने इसे इंजीनियर के पास भेजा। इंजीनियर ने कंप्यूटर में मौजूद वीडियो जब देखा, तो आवाक रह गया। इस स्वामी के काले कारनामे मौजूद थे। उसने वीडियो को वायरल कर दिया। इसके बाद पुलिस ने कई दिनों की मेहनत के बाद स्वामी को गिरफ्तार कर लिया। बाबा ने 100 से अधिक महिलाओं के यौन शोषण की बात कबूली थी। उस पर रेप, हत्या के प्रयास, लूट और जालसाजी सहित कुल 11 आपराधिक केस दर्ज किए गए थे। अब वो जेल में बंद है।फलाहारी बाबावही, राजस्थान की अलवर कोर्ट ने बीते साल 26 सितंबर को कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य उर्फ फलाहारी बाबा रेप के मामले में दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इस बाबा ने अरावली विहार थाना क्षेत्र के अंतर्गत काला कुआं क्षेत्र के रामकिशन कोलोनी स्थित अपने आश्रम में अपनी एक शिष्या के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। पीड़िता आरोपी कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य उर्फ फलाहारी बाबा को पिता तुल्य मानती थी। फलाहारी ने जो कृत्य किया था। उसके खिलाफ इस मामले में पर्याप्त साक्ष्य और गवाह मौजूद थे। इस मामले में 9 मार्च 2018 को दुष्कर्म पीड़िता के बयान दर्ज हुए थे। अलवर में विलासपुर की युवती से रेप किए जाने के मामले में फलाहारी के खिलाफ पुलिस ने 15 दिसंबर 2017 को एसीजेएम कोर्ट में चार्जशीट फाइल कर दी थी। पुलिस ने कोर्ट में 40 पन्नों की चार्जशीट पेश की थी, जिसमें पुलिस ने बाबा को दोषी मानते हुए धारा 506 और 376 (2 एफ) के तहत आरोप लगाए थे।स्वामी नित्यानंदबेंगलौर-मैसूर हाइवे पर नित्यानंद ध्यानदीपम आश्रम चलाने वाला स्वामी नित्यानंद दक्षिण भारत का मशहूर स्वंयभू धर्मगुरु है। 2010 में नित्यानंद की सेक्स सीडी लीक हो जाने पर बवाल हो गया था। जिसमें वो एक अभिनेत्री के साथ शारीरिक संबंध बना रहा था। सेंट्रल फोरेंसिक लैब की जांच में सीडी सही पाई गई थी। लेकिन नित्यानंद की ओर से एक अमेरिकी फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट कोर्ट में पेश की गई थी। जिसमें सीडी से छेड़छाड़ होने की बात सामने आई थी। इस मामले में नित्यानंद स्वामी को गिरफ्तार कर लिया गया था। फिर कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया था। कुछ माह बाद उसे सशर्त जमानत मिल गई थी।इच्छाधारी भीमानंदअगस्त 2017 में चर्चित इच्छाधारी भीमानंद महाराज को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। सेक्स रैकेट चलाने और चीटिंग करने के मामले में उसकी गिरफ्तारी की गई थी। इससे पहले भी वर्ष 2009 में उसे गिरफ्तार किया गया था। लेकिन वो जमानत पर बाहर आ गया था। देह व्यापार में लिप्त ये बाबा चित्रकूट के चमरौहा गांव का रहने वाला है, जो खुद को साईं बाबा का अवतार बताता था। उसका असली नाम शिव मूरत द्विवेदी है। वह 1988 में दिल्ली के नेहरु प्लेस स्थित एक पांच सितारा होटल में गार्ड की नौकरी करता था। 12 साल में ही स्वामी भीमानंद ने करोड़ों की संपत्ति बना ली थी। इस स्वामी की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2015 में जब्त कर लिया था। अभी वो जेल में बंद है।
फलाहारी बाबा
वही, राजस्थान की अलवर कोर्ट ने बीते साल 26 सितंबर को कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य उर्फ फलाहारी बाबा रेप के मामले में दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इस बाबा ने अरावली विहार थाना क्षेत्र के अंतर्गत काला कुआं क्षेत्र के रामकिशन कोलोनी स्थित अपने आश्रम में अपनी एक शिष्या के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। पीड़िता आरोपी कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य उर्फ फलाहारी बाबा को पिता तुल्य मानती थी। फलाहारी ने जो कृत्य किया था। उसके खिलाफ इस मामले में पर्याप्त साक्ष्य और गवाह मौजूद थे। इस मामले में 9 मार्च 2018 को दुष्कर्म पीड़िता के बयान दर्ज हुए थे। अलवर में विलासपुर की युवती से रेप किए जाने के मामले में फलाहारी के खिलाफ पुलिस ने 15 दिसंबर 2017 को एसीजेएम कोर्ट में चार्जशीट फाइल कर दी थी। पुलिस ने कोर्ट में 40 पन्नों की चार्जशीट पेश की थी, जिसमें पुलिस ने बाबा को दोषी मानते हुए धारा 506 और 376 (2 एफ) के तहत आरोप लगाए थे।
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स्वामी नित्यानंद
बेंगलौर-मैसूर हाइवे पर नित्यानंद ध्यानदीपम आश्रम चलाने वाला स्वामी नित्यानंद दक्षिण भारत का मशहूर स्वंयभू धर्मगुरु है। 2010 में नित्यानंद की सेक्स सीडी लीक हो जाने पर बवाल हो गया था। जिसमें वो एक अभिनेत्री के साथ शारीरिक संबंध बना रहा था। सेंट्रल फोरेंसिक लैब की जांच में सीडी सही पाई गई थी। लेकिन नित्यानंद की ओर से एक अमेरिकी फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट कोर्ट में पेश की गई थी। जिसमें सीडी से छेड़छाड़ होने की बात सामने आई थी। इस मामले में नित्यानंद स्वामी को गिरफ्तार कर लिया गया था। फिर कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया था। कुछ माह बाद उसे सशर्त जमानत मिल गई थी।
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