अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमेशा से ही झूठ बोलने के आरोप लगते रहे है। हाल ही में उन्होंने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर मामले में मध्यस्थता करने की गुजारिश की थी। उनके इस दावे को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया है तो वहीं ट्रंप की दुनियाभर में आलोचना हो रही है।
दरअसल, ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ ने जनवरी में ट्रंप प्रशासन के दो साल पूरे होने पर ऐसी एक रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमे उनके सभी झूठे दावों की पोल खोली गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद से 8,158 बार झूठे या गुमराह करने वाले दावे कर चुके हैं।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप राष्ट्रपति बनने से लेकर अब तक 8,158 बार झूठे और गुमराह करने वाले दावे कर चुके हैं। वहीं, ट्रंप विदेश नीति को लेकर 900 दावे कर चुके हैं। इसके बाद व्यापार (854), अर्थव्यवस्था (790) और नौकरियों (755) का नंबर आता है। इसके अलावा अन्य मामलों को लेकर वह 899 बार दावे कर चुके हैं, जिसमें मीडिया और अपने दुश्मन कहे जाने वाले लोगों पर गुमराह करने वाले हमले शामिल हैं। साथ ही, सिर्फ 82 दिन या अपने कार्यकाल के करीब 11 प्रतिशत समय में ही ट्रंप का कोई दावा दर्ज नहीं किया गया। इसमें ज्यादातर वह समय है जिसमें वह गोल्फ खेलने में व्यस्त थे।
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बता दे अखबार ने अपनी रिपोर्ट में ‘फैक्ट चेकर’ के आंकड़ों का हवाला दिया है। यह ‘फैक्ट चेकर’ राष्ट्रपति द्वारा दिए गए हर संदिग्ध बयान का विश्लेषण, वर्गीकरण और पता लगाने का कार्य करता है।