इसरो द्वारा चांद पर भेजा गया मून मिशन ‘चंद्रयान 2’ की अपनी सफलता की ओर है। चंद्रयान-2 अब चंद्रमा की कक्ष में चक्कर लगा रहा है और लगातार वहां की खूबसूरत तस्वीरें भेज रहा है। हाल ही में चंद्रयान-2 ने चंद्रमा की सतह की कुछ और तस्वीरें ली हैं। इन तस्वीरों में चंद्रमा पर कई बड़े बड़े गड्ढे (क्रेटर) दिखाई दे रहे हैं।
इसरो द्वारा चंद्रमा की भेजी गई कई तस्वीरें अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर की है। साथ ही, बताया है कि चंद्रयान द्वारा जो तस्वीरें ली गई हैं वे ‘सोमरफेल्ड’, ‘किर्कवुड’, ‘जैक्सन’, ‘माक’, ‘कोरोलेव’, ‘मित्रा’, ‘प्लासकेट’, ‘रोझदेस्तवेंस्की’ और ‘हर्माइट’ नामक विशाल गड्ढों की हैं। इन विशाल गड्ढों का नाम महान वैज्ञानिकों, अंतरिक्ष यात्रियों और भौतिक विज्ञानियों के नाम पर रखा गया है।
#ISRO
Lunar surface imaged by Terrain Mapping Camera-2(TMC-2) of #Chandrayaan2 on August 23 at an altitude of about 4375 km showing craters such as Jackson, Mach, Korolev and Mitra (In the name of Prof. Sisir Kumar Mitra)
For more images please visit https://t.co/ElNS4qIBvh pic.twitter.com/T31bFh102v
— ISRO (@isro) August 26, 2019
बता दें इस विशाल गड्ढे ‘मित्रा’ का नाम भारतीय भौतिक विज्ञानी और पद्म भूषण से सम्मानित प्रोफेसर शिशिर कुमार मित्रा के नाम पर रखा गया है। प्रोफेसर मित्रा को आयनमंडल और रेडियोफिजिक्स के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण कार्य के लिए जाना जाता है।
Video: विपक्ष की ‘मारक शक्ति’ से हो रहा बीजेपी नेताओं का निधन- प्रज्ञा ठाकुर
वहीं, इससे पहले 23 अगस्त को भी चंद्रमा के सतह की कुछ तस्वीरे चंद्रयान-2 के टेरेन मैपिंग कैमरा-2 द्वारा करीब 4375 किलोमीटर की ऊंचाई से ली गई। चंद्रयान-2 द्वारा ली गई पहली तस्वीर इसरो ने 22 अगस्त को जारी की थी। चंद्रयान-2 तीन मॉड्यूल वाला अंतरिक्ष यान है जिसमें आर्बिटर, लैंडर और रोवर शामिल है।
‘किसी की मां ने इतना दूध नहीं पिलाया जो मेरा टिकट काट दे’- बीजेपी सांसद
अभी चंद्रयान-2 को चंद्रमा की कक्षा में आगे बढ़ाने के लिए अभी और तीन प्रक्रियाओं को अंजाम दिया जाएगा। आगामी दो सितंबर को लैंडर ऑर्बिटर से अलग हो जाएगा और सात सितंबर को चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करेगा।
अब रेलवे स्टेशन के साथ-साथ एयरपोर्ट और मॉल में मिलेगी कुल्हड़ वाली चाय