सनातन धर्म में प्राचीन काल से ही शुभ अशुभ जैसी कई मान्यताएं को माना जाता है, जो आज के समय में भी मौजूद है। इन्हीं मान्यताओं में से एक मान्यता रात के समय कुत्तों के रोने को लेकर है। जिसके अनुसार, अगर रात के समय कुत्ते रोते हैं तो यह एक अशुभ संकेत है। आपने कई बार रात के समय कुत्तों को भौंकते या रोते हुए देखा या सुना होगा। जिसे देखकर आपके मन में हजारों सवाल उठते होगें। वहीं वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर कुत्ता किसी के घर के आगे रोता है तो समझ जाएं कि उस घर में कोई बड़ी विपत्ति आने वाली है। जानवरों को खासकर कुत्तों को अनहोनी का अंदेशा पहले ही हो जाता है। इसके साथ ही रात के समय ही नहीं, बल्कि दिन के समय भी कुत्ते का रोना अशुभ माना जाता है। चालिए आज आपको बताते हैं, कि कुत्ते रोते समय किस बात की तरफ इशारा करते है।
आत्माओं का दिखाई देना-
रात के समय जब कुत्ते रोते हैं, तब इसके पीछे की कई वजह होती हैं। लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रात के समय जब कुत्ते रोते हैं या भौंकते हैं तब इसके मतलब यह है कि उनके आसपास आत्माएं है जो उन्हें दिखाई दे रही है। जिन्हें देखकर वे अपने बचाव और दूसरों को संकेत देने के लिए जोर-जोर से भौंकते या रोते हैं। कुत्तों को लेकर अक्सर यह कहा जाता है कि कुत्तों के पास इंसान से ज्यादा सूंघने और देखने की शक्ति होती है। यह उन चीजों को बड़ी आसानी से देख लेते हैं जिन्हें इंसान नहीं देख पाते।
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संकट की तरफ इशारा-
जब रात के समय कुत्ते भौंकते हैं, तो वह उस समय होने वाली किसी अनहोनी के प्रति हमें सचेत करते हैं। आप किन्ही बाहर जा रहे हैं और उस समय आपको कुछ दिखाई दे तो सावधान हो जाएं, क्योंकि इसका मतलब यह है कि वह घड़ी संकट की है।
घर पर संकट-
अगर आपके घर में भी कोई पालतू कुत्ता है जो अचानक से रोने लग जाता है या उसकी आंखों में आंसू दिखाई देते हैं, या फिर उसने खाना-पीना छोड़ दिया है, तो आपको सावधान होने की जरूरत है। क्योंकि इसका मतलब यह है कि आपके घर पर कोई बड़ा संकट आने वाला है। जिसका अनुमान आपके कुत्ते को हो चुका है। जब कुत्ते ऐसे व्यवहार करते हैं, तब यह अपने आसपास वालों को सावधान होने का इशारा करते हैं।
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