प्रदेश का पहला डबल डेकर छह लेन का फ्लाईओवर भोपाल के उपनगर संत हीरदा नगर में बनाया जाएगा, 3 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर 33 मीटर चौड़ा होगा। 306 करोड़ रुपए में बनने वाले फ्लाईओवर के नीचे गाड़ियां दौड़ेंगी और ऊपर मेट्रो चलेगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में इसे लेकर निर्णय लिया गया है। मेट्रो रूट के लिए अलग से फ्लाईओवर नहीं बनाना होगा, वहीं ग्वालियर शहर में स्वर्ण रेखा नदी पर महारानी लक्ष्मी बाई प्रतिमा से गिरवाई पुलिस चौकी एबी रोड तक फोरलेन एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसके निर्माण की लागत 926 करोड़ 21 लाख है, इसके साथ ही अन्य महत्वपूर्ण प्रस्ताव को भी मंजूरी मिली और फ्लाईओवर के लिए 1881करोड़ रुपए की मंजूरी दी है।
जाम से राहत-
संत हिरदाराम नगर में भोपाल से इंदौर जाने वाले मार्ग पर बनने वाले इस फ्लाईओवर से बैरागढ़ बाजार में लगने वाले जाम से राहत मिल जाएगी। भोपाल से सीहोर और इंदौर जाने वाले बड़े वाहनों को बाजार से नहीं गुजरना होगा, जिन्हें बैरागढ़ बाजार में नहीं रुकना वह आसानी से अपने गंतव्य की ओर जा सकते हैं।
दूसरा फ्लाईओवर नहीं बनाना पड़ेगा-
मेट्रो रेल के अगले चरण में इसे बढ़ाकर संत हिरदाराम नगर तक बढ़ाया जाना है, डबल डेकर एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाए जाने से मेट्रो के लिए दूसरा फ्लाईओवर नहीं बनाना पड़ेगा। साथ ही मेट्रो की सीहोर तक वाया फंदा बढ़ाने की योजना के लिए भविष्य में राह आसान हो जाएगी।
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डबल डेकर फ्लाईओवर-
एलिवेटेड डबल डेकर फ्लाईओवर से एक ही पिलर पर सड़क और मेट्रो दोनों का निर्माण किया जा सकेगा। एक ही समय में दोनों कार्य हो सकेंगे, एक फ्लाईओवर से बाजार के बीच की जमीन कम खर्च होगी। पार्किंग के लिए फ्लाईओवर के नीचे की जमीन को इस्तेमाल किया जा सकेगा।
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पहले यह फोरलेन-
भोपाल के हुजूर से भाजपा विधायक का कहना है कि 1 साल से फ्लाईओवर की प्रक्रिया चल रही थी, पहले यह फोरलेन था। लेकिन मुख्यमंत्री के आग्रह करने पर इसे छ: लेन का करा दिया गया है, इसका डिजाइन और अन्य कार्य पूरा होने के बाद कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।