भारत की राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्र में हर साल प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जाता है। प्रदूषण का स्तर बढ़ने के पीछे गाड़ी से निकलने वाला धुएं के साथ अन्य कई कारण है। जैसे- फैक्ट्री से निकलने वाला प्रदूषण, फसल जालना और मौसम से जुड़ी समस्याएं इस प्रदूषण का मुख्य कारण बनती हैं। कई सालों से उत्तरी भारत में रहने वाले लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन इस समस्या अभी तक कोई हल नहीं निकाल पाया है।
वहीं हरियाणा-पंजाब राज्यों के कृषि क्षेत्र में पराली जलाने से निकलने वाला धुआं साथी में वहां और उद्योगों से निकलने वाले धुआं दिल्ली शहर को घेर रखता है। कम तापमान और धीमी गति से चलने वाली हवा में प्रदूषकों को फंसा देती हैं। जिसकी वजह से प्रतिदिन दिल्ली शहर की हवा और भी अधिक जहरीले होती जा रही हैं।
स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव-
इस प्रदूषण का हमारे स्वास्थ्य पर बहुत नकारात्मक असर पड़ता है अगर हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने, तो वायु प्रदूषण की वजह से हमें बहुत सारी बीमारियां हो सकती हैं। वायु प्रदूषण की वजह से डायबिटीज की बीमारी और अधिक घातक हो सकती है। वायु प्रदूषण की वजह से बॉडी में इंफ्लामेशन बढ़ाने और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाने का खतरा बढ़ जाता है। जिसका नकारात्मक प्रभाव ब्लड शुगर को कंट्रोल करने वाली इंसुलिन की पावर को कमजोर बना देता है। वायु प्रदूषण पर हुए कई स्टडीज में यह पाया गया की वायु प्रदूषण आपकी आंतों के लिए भी खतरनाक है।
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वायु प्रदूषण की वजह से आपको सांस जुड़ी कई बीमारियां हो सकती है, क्योंकि हवा में मौजूद छोटे आपकी सांस की नली के द्वारा आपके शरीर में प्रवेश करते हैं, जिसके बाद में आपके फेफड़ें को नुकसान पहुंचाते हैं और आपको आंख, नाक, गले और फेफड़ें में जलन होती हैं। इसके साथ ही आपको खांसी और जुकाम की समस्या भी बन जाती है। अगर ज्यादा दिनों तक इस बीमारी पर ध्यान ना दिया जाए तो यह छोटी सी बीमारी ही गंभीर बीमारी का रूप धारण कर लेती हैं। जिसकी वजह से आपकी जान भी जा सकती हैं इसके साथ ही दिल्ली में लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से कैंसर के मरीजों की भी संख्या बढ़ रही हैं।
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