भारत के मंदिरों में दुनिया भर के श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। इन मंदिरों में चारों धाम के साथ साथ माता की शक्तिपीठ और ज्योतिर्लिंग के प्रमुख है। हिमाचल प्रदेश में कई मंदिर है इनमें से एक है ऊना स्थित माता चिंतापूर्णी मंदिर यह मंदिर शक्तिपीठ है। चिंतापूर्णी माता मंदिर में देश-विदेश के श्रद्धालु माता रानी के दर्शन करने तथा उनका आशीर्वाद अपने के लिए उनके दरबार में आते हैं। कई बार श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी अधिक हो जाती हैं कि सभी श्रद्धालुओं का मां के दर्शन कर पाना मुमकिन नहीं होता। जिसकी वजह से कुछ श्रद्धालु को मां के दरबार से बिना दर्शन करे वापिस आना पड़ता है, लेकिन आधुनिकता के दौर में अब इस मंदिर का प्रसाद और माता रानी के दर्शन श्रद्धालु अपने घर बैठे ही कर पाएंगे।
चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट द्वारा श्रद्धालु की सुविधा के लिए एक नई सेवा शुरू की गई है। जिसके तहत श्रद्धालु माता चिंतपूर्णी मंदिर का प्रसाद ऑनलाइन मंगवा सकेंगे। इस नई सेवा की शुरुआत करते हुए उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, कि मां चिंतापूर्णी के दरबार को भव्य रूप से दिखाया जा रहा है और श्रद्धालुओं को बेहतर व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के लिए इस सुविधा की शुरुआत की जा रही हैं।
प्रसाद के लिए देने पड़ेंगे पैसे-
मां चिंतपूर्णी मां के प्रसाद के लिए देश-विदेश में भारी मांग है जिसके चलते श्रद्धालु के लिए मां के प्रसाद को घर बैठे ही उपलब्ध कराने की सेवा शुरू की जा रही हैं। बस आपको घर चिंतापूर्णी प्रसाद के लिए आर्डर करना होगा और यह प्रसाद केवल 1100 रूपये में आपके घर आ जाएगा। इस योजना के तहत सभी श्रद्धालुओं के लिए मां की चुन्नी, प्रसाद, चरणामृत और भोग सदैव उपलब्ध रहेगा।
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माता रानी के भव्य दर्शन-
माता चिंतपूर्णी के मंदिर दर्शन के लिए 3-D दर्शन के सुविधा शुरू की गई थी। जिस से सरल और भव्य दर्शन के लिए भारी सफलता मिली। इस योजना के जरिए चिंतापूर्णी मंदिर को श्रद्धालुओं से एक करोड़रु पए से भी अधिक धनराशि प्राप्त हुई है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश की सरकार धार्मिक स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्राथमिकता से काम कर रही हैं जिसके तहत धार्मिक स्थलों तक परिवहन निगम की बसें भी सुचारू रूप से चलाई जा रही है।
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