इजरायल में बीते दिन बिजली की एक प्रमुख कंपनी की कम से कम दो प्रोडक्शन यूनिट्स के ढह जाने के बाद बड़े पैमाने पर बिजली कटौती और इंटरनेट ब्लैकआउट की समस्या देखने को मिली। इस ब्लैकआउट के चलते इन अटकलों को हवा मिली कि इस ब्लैकआउट का गाजा में चल रहे युद्ध और ईरान द्वारा संभावित साइबर अटैक से कुछ लेना-देना हो सकता है। हालांकि, इजरायल इलेक्ट्रिक कॉरपोरेशन के सीईओ मेयर स्पीगलर ने यूनिट्स के पतन का कोई कारण बताए बिना, इन दावों से इंकार कर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि ब्लैकआउट की वजह अभी तक ज्ञात नहीं हो पाई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बिजली की शुरुआती रुकावट से पूरे देश में 150,000 लोग परेशान हुए। हालांकि, अधिकांश को कुछ ही घंटों के भीतर ही पावर ग्रिड से दोबारा जोड़ दिया गया, जबकि 34,000 लोग ही इस समस्या से परेशान रहे।
ब्लैकआउट का कारण-
इजरायल की स्थानीय मीडिया के मुताबिक, आईईसी ने कहा कि दो यूनिट्स के ढहते ही प्रोडक्शन यूनिट्स को परिचालन में ला दिया गया। इस ब्रेक के कारण लोडशेडिंग हुई, जिससे देश भर में कई स्थानों पर बिजली भी चली गई। इसके बाद वैकल्पिक प्रोडक्शन यूनिट्स को चालू किया गया और अधिकतम बंद जगहों पर बिजली वापस आ गई।
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ईरान में फ्यूल डिस्ट्रीब्यूशन सर्विस के राष्ट्रव्यापी बंद होने के एक सप्ताह बाद इज़राइल में बिजली कटौती की समस्या उत्पन्न हुई। ईरानी के राज्य टीवी और इजरायली की स्थानीय मीडिया के मुताबिक, एक हैकिंग ग्रुप, जिस पर ईरान ने इजरायल से संबंध होने का आरोप लगाया, साथ ही दावा किया कि उसने 18 दिसंबर को देश भर के पेट्रोल स्टेशनों पर अटैक को अंजाम दिया जिससे सेवाएं बाधित हो रही है।
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