कांग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है और ये अटकलें पहले से ही लगाई जा रही थी। लेकिन अब यह फैसला ले लिया गया है। पार्टी का कहना है की प्रमोद कृष्णम पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे और उनकी ओर से लगातार बयान बाजी भी हो रही थी। अब 6 साल के लिए उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया है। वैसे बड़ी बात यह है कि पिछले बहुत से दिनों से आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के खिलाफ ही बयान बाजी करते हुए नजर आ रहे हैं। उनकी ओर से पीएम मोदी की भी तारीफ होती थी।
In view of the complaints of indiscipline and repeated statements against the party, the Congress President has approved the proposal of the Uttar Pradesh Congress Committee to expel Pramod Krishnam from the party for six years with immediate effect. pic.twitter.com/6oRb4ezKRB
— ANI (@ANI) February 10, 2024
पीएम मोदी, स्मृति ईरानी से भी मुलाकात-
इसके ऊपर उन्होंने हाल ही में पीएम मोदी, स्मृति ईरानी से भी मुलाकात की और ऐसे में उनका पार्टी से दूर होना तो पहले से ही शुरू हो चुका था। अब बस औपचारिकता का ऐलान हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने एक बयान जारी किया है। जिसमें कहा गया कि अनुशासनहीनता और पार्टी के खिलाफ बार-बार बयान बाजी की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से 6 साल के लिए पार्टी की ओर से निष्कासित कर दिया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है और यह फैसला उस समय लिया गया जब हाल ही में प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी पर निशाना साधा था।
राहुल गांधी पर निशाना-
आचार्य प्रमोद कृष्ण ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि राहुल गांधी से 1 साल से मिलना चाहते हैं। लेकिन उनकी बात उनसे नहीं हो पा रही, हो सकता है कि वह व्यस्त हो यात्रा करते रहते हैं, वह हो सकता है कि ज्यादा किसी से मिलना पसंद नहीं करते हों, इसके पीछे एक वजह यह भी हो सकती है कि मेरा संदेश शायद उन तक पहुंचा ही ना हो। राहुल गांधी व्यस्त रहते हैं, वह थोड़ा कम मिलते हैं और उनका ज्यादा मिलने का स्वभाव भी नहीं है।
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समय होगा तभी मिलेंगे-
राहुल के पास जब समय होगा तभी मिलेंगे, शायद उन्हें लगता होगा कि उनसे मिलना समय की बर्बादी है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेसी नेताओं को राम मंदिर ही नहीं भगवान से भी नफरत है। राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल ना होने के कांग्रेस के फैसले की भी प्रमोद ने आलोचना की और उन्होंने कहा था कि राम मंदिर के निर्माण को रोकने के लिए बहुत सी कोशिशें हुई थी। प्रमोद कृष्णम सचिन पायलट की विश्वासी माने जाते हैं और अशोक गहलोत के गृहमंत्री रहते हुए भी उन पर हमला बोला था।
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