Lok Sabha Election 2024: अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से ही आम आदमी पार्टी विरोध कर रही है। 1 अप्रैल तक केजरीवाल की हिरासत को बढ़ा दिया गया है। आप नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे हैं और केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली वालों को परेशान करने की साजिश बता रहे हैं। केजरीवाल ने भी कोर्ट में अपनी गिरफ्तारी को एक साजिश बताया। लोकसभा चुनाव में पहले चरण की वोटिंग से पहले हुई गिरफ्तारी के राजनीतिक एंगल निकले जा रहे हैं। भाजपा और आप दोनों द्वारा इसे चुनावी मुद्दा बनाया जा रहा है। बहुत से चुनावी विश्लेषण इसे भाजपा की गलती बता रहे हैं, तो वही उसके मुताबिक इसका खामियाज़ा भाजपा को आने वाले लोकसभा चुनाव में झेलना पड़ सकता है।
केजरीवाल के इस्तीफे की मांग-
वहीं BJP पूरे आत्मविश्वास के साथ केजरीवाल के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इस विश्वास के पीछे आंकड़ों के होने की संभावना बताई जा रही है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में दिल्ली की जनता अलग-अलग तरह से वोट करती है। दिल्ली के जो मतदाता विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से आम आदमी पार्टी को जिताते हैं। वहीं लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सातों सीटें भाजपा की झोली में डाल देते हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को वहीं विधानसभा चुनाव में दिल्ली की सभी 7 सीटों पर आम आदमी पार्टी को जीत मिली।
गिरफ्तारी से मतदाता प्रभावित-
ऐसे में बीजेपी को यह उम्मीद जताई जा रही है, कि केजरीवाल की गिरफ्तारी मतदाताओं को प्रभावित नहीं करेगी। क्योंकि वह राष्ट्रीय और राज्य के चुनाव में बीजेपी और आप के बीच घूमती रहती है। आंकड़ों को देखते हुए बीजेपी लोकसभा चुनाव में दिल्ली के चुनावों के लिए चिंता से मुक्त रह सकती है। बीजेपी की वास्तविक परीक्षा 2025 के विधानसभा चुनाव में हो सकती है। लगता है कि झारखंड में भी भाजपा इसी सोच के साथ चल रही है।
हेमंत सोरेन भी हिरासत में-
वहां भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हिरासत में है और झारखंड में लोकसभा के चुनाव में बीजेपी का मत प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। 2014 के विधानसभा चुनाव में झारखंड की कुल 81 सीटों में से 37 पर बीजेपी को जीत मिली थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में झारखंड की 14 सीटों पर में से 12 पर बीजेपी के पास गई। सिर्फ 2009 के लोकसभा चुनाव को छोड़ दें, तो पिछले 4 सालों में आम चुनाव के दौरान भाजपा का ग्राफ लगातार बड़ा है। पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी को 50% से ज्यादा वोट और 12 में से 11 सीटों पर सीट मिली थी।
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लोकसभा चुनाव को लेकर निश्चित-
दो चुनाव में जो ट्रेंड देखने को मिला है, उसे ध्यान में रखते हुए भाजपा लोकसभा चुनाव को लेकर निश्चित हो सकती है। विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी दिल्ली और झारखंड में विधानसभा की तैयारी में लगी हुई है और दोनों ही राज्यों में लोकसभा चुनाव के ठीक बाद विधानसभा के चुनाव होने लगे हैं। केजरीवाल की गिरफ्तारी का विश्लेषण करते हुए इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, बीजेपी केजरीवाल समेत आप के बड़े नेताओं की गिरफ्तारी का लाभ उठाकर आम आदमी पार्टी के नेतृत्व शून्यता को उजागर करते हैं। जिससे कि विपक्ष के हमले से लाचार होकर पार्टी कोई राजनीति ना बना सके और टूट जाए।
पंजाब में भी डबल झटका-
इसके साथ ही केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आप को पंजाब में भी डबल झटका मिला है। जालंधर में आप सांसद सुनील कुमार रिंकू और जालंधर पश्चिम से आप विधायक शीतल भाजपा में शामिल हो चुके हैं। झारखंड में भी यही देखने को मिल रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में JMM को झारखंड की सिर्फ एक लोकसभा सीट पर जीत मिली थी। वहीं इकलौते सांसद सीता सोरेन रही थी, जो हेमंत सोरेन की भाभी हैं। सोरेन को हिरासत में लिए जाने के बाद सीता सोरेन बीजेपी में शामिल हो गई।
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