नगरोटा में सेना के कैंप पर हमला बोलने वाले सीमा पार से आए तीन आतंकियों को मंगलवार को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। हमले के बाद जांच कर रहे बम निरोधक दस्ते को कुछ उर्दु में लिखे कुछ पोस्टर मिले हैं। जिनपर लिखा है “अफजल गुरु शहीद के इंतकाम की एक और किस्त”। आतंकियों के पास से विस्फोटक पदार्थों के अलावा मेड इन पाकिस्तान बिस्किट, दवाईयां और बैंडेज, रोप और वायर कटर, मोबाईल फोन, पॉलिथीन शीट आदि मिली है।
गौरतलब है कि 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमलों के मुख्य आरोपी मोहम्मद अफज़ल गुरु को 9 फ़रवरी 2013 को सुबह दिल्ली के तिहाड़ जेल में फांसी पर लटका दिया गया। 13 दिसम्बर 2001 को जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैय्यबा नामक आतंकवादी गुटों के पाँच आतंकवादियों ने देश की संसद पर आतंकी हमला कर दिया था। इस हमले में संसद की सुरक्षा में मौजूद दिल्ली पुलिस के पाँच जवान, सीआरपीएफ की एक महिला कांस्टेबल और दो सुरक्षा गार्ड शहीद हो गए थे। बाद में इन सभी आतंकवादियों को सुरक्षा बलों द्वारा मार गिराया गया था।
पुलिस के अनुसार जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी अफज़ल गुरु इस मामले का मास्टर माइंड था जिसे पहले दिल्ली हाइकोर्ट द्वारा साल 2002 में और फिर उच्चतम न्यायालय द्वारा 2006 में फांसी की सज़ा सुनाई गई थी। उच्चतम न्यायालय द्वारा भी फांसी सुनाए जाने के बाद गुरु ने राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका रखी थी, जिसे हाल ही में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने खारिज कर दिया था और फिर ये मामला गृह मंत्रालय के हाथ में ही था। इस पर गृहमंत्रालय ने फैसला लिया और उसे फांसी पर लटका दिया गया।