By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Thursday, 4 Sep 2025
  • MY BOOKMARK
  • INTERESTSNew
  • CONTACT US
  • BLOG INDEX
Subscribe
Dastak India Transparent mobile new logo
  • होम
  • देश
  • टेक
  • ऑटो
  • एजुकेशन
  • मनोरंजन
  • बिजनेस
  • दुनिया
  • वीडियो
  • धर्म
  • लाइफस्टाइल
  • अन्य
    • खेल
    • विचार
    • हरियाणा
  • 🔥
  • देश
  • होम
  • मनोरंजन
  • social media
  • टेक
  • bjp
  • खेल
  • video
  • police
  • bollywood
Font ResizerAa
Dastak IndiaDastak India
  • होम
  • देश
  • टेक
  • ऑटो
  • एजुकेशन
  • मनोरंजन
  • बिजनेस
  • दुनिया
  • वीडियो
  • धर्म
  • लाइफस्टाइल
  • विचार
Search
  • My Interests
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2024 Dastak India. All Rights Reserved.
Dastak India > Home > देश > दैनिक यात्रियों से उलझना भारी पडा जुनैद को, धोना पडा जान से हाथ
देशविचार

दैनिक यात्रियों से उलझना भारी पडा जुनैद को, धोना पडा जान से हाथ

dastak
Last updated: July 2, 2017 12:40 pm
dastak
Share
SHARE

अजय चौधरी

दिल्ली से मथुरा चलने वाली शटल में मैंने भी कईं बार सफर किया है। इसी शटल में जुनैद की चाकुओं से गोदकर हत्या हुई है। दिल्ली वया फरीदाबाद पलवल रुट पर कईं शटल हैं। जिनमें से कुछ शटल पलवल से आगे मथुरा तक जाती हैं। पलवल हरियाणा का इस रुट पर आखिरी जिला है, उसके बाद यूपी शुरु हो जाता है। तुगलकाबाद रेलवे स्टेशन दिल्ली का आखिरी रेलवे स्टेशन है, उसके बाद फरीदाबाद शुरु हो जाता है।

कॉलेज जाते समय लगभग एक साल शटल का प्रयोग किया है, उस समय फरीदाबाद में मेट्रो नहीं आई थी। वैसे उस समय केंद्र में मोदी सरकार और हरियाणा में खट्टर सरकार नई नई थी। दिल्ली से पलवल चलने वाली इन शटलों में सबसे अधिक भरमार डेली पैंसजरों की होती है। अगर डेली पैसेंजर आपसे दो स्टेशन बाद भी चढा है तो इस बात की प्रबल संभावना है कि आपसे पहले उसे सीट मिल जाएगी। क्योंकि उसे पता है कि सीट कहां और कैसे मिलेगी।

शुरुआत में जब मैंने शटल में जाना शुरु किया तो सीट मिलना नामुनकिन सा था, आराम से खडे होने का एक कोना ही मिल जाए वो ही बहुत होता था, नहीं तो धक्के लग लग आदमी कहां पहुंच जाए कुछ पता नहीं चलता। धीरे धीरे दैनिक यात्रियों( डेली पैसेंजरों) के सहयोग से सीट नसीब होने लगी। क्योंकि उन्हें पता होता है कौन कहां उतरेगा इसलिए वो पहले से इशारा कर देते कि भाई पहुंच जा। लोकल शटल में तास खलने वालों की, कितर्न मंडली के डिब्बे तो क्या सीटें तक फिक्स होती हैं। ये तक फिक्स होता है कि कौनसा किस कोने में बैठेगा।

स्टेशन पर खडे होकर इस बात का भी अंदाजा हो जाता है कि कौनसा डिब्बा कहां आकर रुकेगा और उसका दरवाजा कहां होगा, जो नए मुसाफिरों को नहीं होता। इसी से फटाफट भागकर सीट हथिया ली जाती है। मेट्रो में इसके लिए निशान लगे होते हैं मगर लोकल में ऐसा नहीं होता। धीरे धीरे मेरी भी सीट और डिब्बा तय हो गया। मेट्रो में सब एक दूसरे की शक्लें ताकते रहते हैं पर आपस में बात शायद कम ही करते हैं। दूसरी तरफ इसके उलट लोकल में ये भाईचारा कायम है। यहां बैठकर आप देश दुनिया की ताजा खबरों पर बहस के साथ अपना दु:ख और सुख भी बांट सकते हैं। हां आजकल मोबाइलों पर नई फिल्में भी इसी सफर के दौरान कईं यात्री देखते हैं और शेयर इट से आदान-प्रदान भी पूरा चलता है। इसी हंसी-मजाक में समय बडी जल्दी बीतता था और आपकी मंजिल कब कब में आ जाती थी पता ही नहीं चलता था।

वैसे दैनिक यात्रियों के साथ एडजस्ट करना इतना भी आसान नहीं था। क्योंकि ये ट्रेन दिल्ली से पलवल के बीच चलती हैं। और पलवलिया तो पूरी दिल्ली में अपनी भाषा और कर्मों की बदौलत पूरी दिल्ली में बदनाम हैं। इनका हर शटल में अपना अलग गुट चलता है। कोई नया आदमी इन्हें सीट न दे तो ये उसकी गोदी में जाकर बैठ जाते हैं। क्योंकि वहां इनकी सीट फिक्स होती है। जुनैद हत्याकांड में सीट को लेकर हुआ विवाद ही सामने आया है। राजकीय रेलवे पुलिस ने भी सीट को लेकर हुए विवाद पर ही मामला दर्ज किया है। मुस्लिम समुदाय के लोग पहले से इन शटलों में सफर करते आए हैं और अन्य किसी यात्री को मैंने कभी धर्मिक आधार पर मुस्लिम समुदाय के लोगों पर टिप्पणी करते नहीं देखा। हो सकता है आजकल गौ माता के नाम पर धर्मिक कट्टरपंथी पैदा हो रहे हैं, तो लोगों के मन में ऐसी भवनाए पनपने लगी हों।

इस बात की पूरी संभावना है कि जुनैद और उसके भाईयों का झगडा पलवल के दैनिक यात्रियों से ही हुआ था। क्योंकि वो असावटी रेलवे स्टेशन पर इन्हें फेंककर आगे बढ गए। जुनैद और उसके भाई दैनिक यात्री नहीं थे वो तो ईद के मौके पर इस शटल में चढे थे और सीट ले बैठ गए थे। अब दैनिक यात्रीयों की सीट पर कोई बैठ जाए तो ये बात उन्हें कहां हजम हो। और बैठने वाले ऊपर से दूसरे धर्म के हों और सीट से न उठें तो ये बात उन्हें कहां हजम हो। ऐसे में झगडा तो होना ही था। जुनैद और उसके भाई भी कम संख्यां में नहीं थे। ऐसे में झगडा करने वाले पलवलीयों ने अन्य दैनिक यात्रियों का साथ जुटाने के लिए जुनैद और उसके भाईयों पर बीफ खाने का आरोप लगा मामले को धार्मिक रुप दे दिया होगा। जिससे कुछ यात्री साथ आए होंगे और जो नहीं आएं होंगे वो भी चुप खडे रहे होंगे।

आपने ये भी गौर किया होगा कि यात्रियों के हवाले से मरने से पहले जुनैद के असावटी स्टेशन पर तडपते हुए की वीडियो सामने आई। ट्रेन में बिखरे खून की भी तस्वीरें सामने आई। फिर लडाई के दौरान चाकु मारने की वीडियो भी तो किसी ने बनाई होगी। वो क्यों सामने नहीं आई। क्योंकि वो दैनिक यात्री हैं और एक दूसरे को फंसाना नहीं चाहते। बहारी सिर्फ जुनैद और उसका परिवार था। जुनैद पर मथुरा जाने वाली शाम की शटल में आगे से चौथे डिब्बे में हमला हुआ था। दैनिक यात्री अपनी आदत के अनुसार न सीट छोडते हैं न अपना डिब्बा। वो आज भी उस डिब्बें में आ जा रहे होंगे।

TAGGED:ballabgarhdelhi Mathura emudelhi mathura trainEidJunaidjunaid killer arrestjunaid villagekhandawalikhandrawaliखंदावलीजुनैदजुनैद का गांवजुनैद की मांजुनैद के हत्यारे गिरफ्तारजुनैद हत्याकांडबल्लबगढ़बल्लभगढ़रेलवे पुलिस फरीदाबाद
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link
By dastak
Follow:
Dastak India Editorial Team
Previous Article कपिल शर्मा की सरला ने इंस्टाग्राम पर शेयर की अपने 29वें जन्मदिन की तस्वीरें
Next Article पीएम मोदी ने गुजरात में दो जल परियोजनाओं का किया उद्घाटन  

दस्तक इंडिया की खबरों की समझ

दस्तक इंडिया मीडिया समूह समझता है कि सोशल मीडिया के इस जमाने में आपके पास ब्रेकिंग न्यूज के काफी विकल्प हैं। इसलिए हम उनपर फोकस न करते हुए आपके लिए इनसाइड स्टोरी पर ज्यादा जोर देते हैं, क्योंकि वो आपको कोई नहीं बताता। इसके अलावा हम आपको धर्म, लाईफस्टाईल, टेक और ऑटो जैसी कटैगरी की खबरें भी आप तक पहुंचाते हैं।
FacebookLike
TwitterFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow
- Advertisement -
Ad image

Popular Posts

CM Yogi का बड़ा फैसला, UP को मिलेंगे ये नए एक्सप्रेसवे और पुल, 320 किलोमीटर लंबे विंध्य एक्सप्रेसवे..

उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ऐतिहासिक कैबिनेट मीटिंग में प्रदेश के…

By Dastak Web Team

पीएम मोदी की रैली में हिस्सा लेने जा रहे छात्रों की बस पलटी

हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में हो रही पीएम नरेन्द्र मोदी की रैली में जा रही…

By Jyoti Chaudhary

Jio क्यों हुआ डाउन? कहीं नेटवर्क तो कहीं इंटरनेट की समयस्या, पूरे देश में..

अगर आप रिलायंस जियो का सिम कार्ड इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपके लिए एक…

By Dastak Web Team

आप ये भी पढ़ें

भगवान शिव
देशधर्म

भारत के प्रसिद्ध शिव मंदिर: आस्था, रहस्य और चमत्कार

By अंजली रावत
देश

Delhi Metro Viral Video: देर रात Delhi Metro की महिला कोच में हुआ कुछ ऐसा कि आपको भी आएगा गुस्सा, देखें Viral Video हुआ

By रुचि झा
लोंगेवाला युद्ध
देश

लोंगेवाला युद्ध संग्रहालय: रेगिस्तान में वीरता की अमर गाथा

By अंजली रावत
देश

भारतीय जनसंख्या संकट नहीं, अवसर है: जाने पीएफआई की रिपोर्ट,जनसंख्या को लेकर नई सोच

By कनक जोशी
Dastak Logo Small
Facebook Twitter Google-plus Wordpress Wordpress

About US

दस्तक इंडिया एक डेडिकेटेड इंडिपेंडेंट खबर वेबसाइट है जहाँ हमलोग ताजा खबरें देश, विदेश ओर बिज़नेस, एंटरटेनमेंट ट्रेवल, रिलिजन, जीवन शैली, क्राइम, राजनीती, इत्यादि आप तक पहुंचाते हैं।

हम लोग एक टीम है पत्रकारिता से जुड़े हुए जिनका मक़सद है लोगों तक सही खबर पहुंचना बिना किसी डर , बिना किसी के फेवर किये हुए।

© Dastak India News Website. All Rights Reserved.

 

Contact Us

Disclaimer 

Join Us!

Subscribe to our newsletter and never miss our latest news, podcasts etc..

Email Address*

I accept the terms and conditions

Zero spam, Unsubscribe at any buzzstream.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?