गांव की सड़कों पर बब्बर शेर का दिख जाना अमरेली में इन दिनों आम बात हो गया है। लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया है कि महिला को शेरों के झुंड के बीच ही बच्चे को जन्म देना पड़ा।
दरअसल, तेज बारिश के बीच गुरुवार को जब गांव में एक महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो उसे 108 एंबुलेंस सर्विस से अमरेली के लूनासापुर गांव से जाफराबाद अस्पताल ले जाया जा रहा था। महिला को लेकर अस्पताल के लिए निकली एंबुलेंस गांव से करीब 3 किलोमीटर दूर ही पहुंची थी कि उसका सामना शेरों के एक झुंड से हुआ। झुंड के करीब 11-12 शेरों ने सड़क पर ही एंबुलेंस को घेर लिया।
इस दौरान करीब 20 मिनट तक ऐसे ही हालात बनी रही। आखिरकार एंबुलेंस स्टाफ ने डॉक्टर को फोन किया और जानकारी लेकर डिलीवरी करवाई। 108 एंबुलेंस में तैनात पैरामेडिक स्टाफ ने बेहद साहस दिखाया और प्रसव प्रकिया में मकवाना की मदद की। जबकि इस बीच तीन नर शेर समेत 12 शेर गाड़ी का रास्ता रोके रहे और एंबुलेंस के चारों ओर चक्कर लगाते रहे। नवजात को बेबी वॉर्मर में रखने के बाद ड्राइवर ने एंबुलेंस को धीरे-धीरे आगे बढ़ाना शुरू किया।
फिर कुछ मिनटों में ही रास्ता साफ हो गया। महिला और नवजात को जाफराबाद सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। ऐसा पहली बार नहीं है कि 108 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा का सामना शेरों से हुआ हो। अमरेली के गांवों में अक्सर शेर दिखते हैं। ऐसे में उनके स्टाफ को स्थिति से निबटने के लिए ट्रेनिंग दी गई है।