झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास के महिलाओं से अपने पैर धुलवाने पर सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई है और इस घटना की निंदा की है।
बेंगलुरु की रहने वाली एक सामाजिक कार्यकर्ता बृंदा एडिगे ने इस घटना पर कहा कि इस तरह की चीजें कतई भी स्वीकार नहीं की जाएंगी। ऐसी परंपराओं की देश में कोई जगह नहीं है और ऐसे व्यक्ति को सीएम बने रहने का भी कोई अधिकार नहीं है। इस मामले को सियासी रंग देते हुए कांग्रेस ने भी इस पर आपत्ति जताई है। कांग्रेस नेता रंजीत रंजन ने कहा कि जब रघुबर दास के पैर धोने की प्रक्रिया की जा रही थी तो केवल महिलाओं ने ही यह काम क्यों किया।
मुख्यमंत्री रघुबर दास का ये वीडियो 7 जुलाई का है, जब वो जमशेदपुर के बह्म लोकधाम में ‘गुरु महोत्सव’ कार्यक्रम में शामिल हुए थे। वीडियो में रघुबर दास एक बड़ी-सी थाल में पैर रखे हुए दिखाई दे रहे हैं। थाली में गुलाब के फूल की पंखुडियां पड़ी हुई हैं और महिलाएं उनके पैर को जल से धो रही हैं। विपक्ष का कहना है कि रघुबर दास ने महिलाओं से पैर धुलवा कर उनका अपमान किया है।
https://www.youtube.com/watch?v=H_W8wSzQDDk