अमरनाथ यात्रा पर निकली बस पर जब आतंकियों ने हमला बोला और अंधाधुंध फायरिंग करने लगे तब बस के ड्राइवर ने संयम का शानदार प्रदर्शन किया और डरे बिना बस को आगे भगाते ले गए। बस के ड्राइवर का नाम शेख सलीम गफूर भाई है। गोलियों के बीच बस को भगाकर आगे ले जाने के लिए उनकी काफी तारीफ हो रही है।
जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकी हमले के बाद जब सलीम के चचेरे भाई जावेद मिर्जा ने बात की तब उन्होंने बताया कि जब आतंकियों ने गोली चलाना शुरू कर दिया तब उन्होंने बस रोकी नहीं और तब तक बस चलाते ले गए जब तक सभी तीर्थयात्री सुरक्षित न हो जाएं। इस हमले में सात तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए।
हमले में जिन लोगों की जान बच गई उनका कहना है कि अगर सलीम बस को रोक देते तो कई और को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
अनंतनाग के अस्पताल में एक घायल ने कहा कि तीनों ओर से लगातार फायरिंग हो रही थी। हमारा ड्राइवर बस को आगे कुछ किलोमीटर तक ले गया। उसी ड्राइवर ने हमारी जान बचाई।
पुलिस ने बताया कि हमलावर लश्कर ए तैयब के आतंकी थे। उन्होंने बताया कि आतंकियों ने पहले एक पुलिस की कार पर हमला किया था और फिर एक सिक्योरिटी चैक पोस्ट पर गोलियां दागी थीं। इसके बाद उन आतंकियों ने बस को निशाना बनाया था। पुलिस का कहना है कि पांच बजे के बाद बस को सड़क पर नहीं चलना चाहिए था। अब कहा जा रहा है कि टायर पंचर हो जाने के कारण बस अपने समय से दो घंटे देरी से चल रही है।