कर्नाटक ने गुरुवार को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टी20 टूर्नामेंट के मुकाबले में विवादों के बीच हैदराबाद को 2 रन के नजदीकी अंतर से हराया। अंपायर की एक गलती की वजह से कर्नाटक के खाते में दो रन जोड़े गए थे, जिस चूक की वजह से हैदराबाद को मैच गंवाना पड़ा।
विशाखापत्तनम के डॉ. वाईएस राजशेखर रेड्डी ACA-VDCA स्टेडियम में अंपायरों की गलती के कारण कर्नाटक की जीत जरूर हुई, लेकिन इससे हैदराबाद के खिलाड़ी नाराज हो गए, क्योंकि उनका मानना था कि स्कोर में बाद में बदलाव की वजह से उनकी टीम को शिकस्त झेलनी पड़ी।
दरअसल, कर्नाटक की पारी के दौरान हैदराबाद के एक फील्डर का पैर बाउंड्री लाइन पर छू गया था। यह वाकया दूसरे ओवर की चौथी गेंद का है, जब हैदराबाद के डीप मिडविकेट पर खड़े फील्डर मेहदी हसन का पैर बाउंड्री लाइन पर लग गया।
अंपायर उल्हास गंधे ने करुण नायर को 4 रन देने के बजाय 2 रन दिए। अंपायर उल्हास गंधे और अभिजीत देशमुख ने रिव्यू के लिए खेल नहीं रोका, लेकिन हैदराबाद की पारी शुरू होने से पहले स्कोर में सुधार करके उसे 5 विकेट पर 205 रन कर दिया।
इसके बाद जब हैदराबाद की पारी शुरू होना थी, उससे पहले कर्नाटक के कप्तान आर विनय कुमार और हैदराबाद के कप्तान अंबाती रायूडु की अंपायरों के साथ बहस भी हुई। रायूडु ने मैच समाप्त होने के बाद भी अंपायरों के सामने यह मसला रखा। रायूडु और उनकी टीम के अन्य साथी मैदान पर उतर गए, जिसकी वजह से आंध्र और केरल का मैच समय पर शुरू नहीं हो सका। रायूडु ने कहा कि उन्होंने दूसरा मैच रोकने के बारे में नहीं सोचा था और वह केवल सुपर ओवर करवाने की मांग कर रहे थे।
बताया जाता है कि रायूडु ने कहा, ‘मुझे नियम पता है। अगर वह उसी समय फैसला बदल देते तो अच्छा होता। यहां तक कि अगर किसी को आउट दे दिया जाता है और वह पवेलियन लौट जाता है तो आप उसे वापस नहीं बुलाते। यहां तक अगर नो बॉल सही नहीं दी गई, तो आप स्कोर में फेरबदल नहीं कर सकते।’ बकौल रयूडु, ‘मुझे नहीं पता कि क्या हुआ, लेकिन हम 204 रन का लक्ष्य लेकर चल रहे थे। मैं यही कहना चाहता था। हम सुपर ओवर का इंतजार कर रहे थे, जो नहीं हुआ।’
The BCCI has taken cognizance of the events that unfolded during and after the Syed Mushtaq Ali Trophy 2018 match today between Hyderabad-Karnataka. An official report by the Match Referee is awaited, following which appropriate action as per BCCI’s Code of Conduct will be taken
— BCCI (@BCCI) January 11, 2018
रिपोर्टो के अनुसार कर्नाटक टीम के अधिकारी ने कहा कि खिलाड़ियों ने यह मसला तीसरे अंपायर के पास रखा, जिन्होंने मैदानी अंपायर गंधे को इसके बारे में बताया। इस बीच बीसीसीआई ने कहा कि वह मैच रेफरी की रिपोर्ट मिलने के बाद आचार संहिता के अनुसार कार्रवाई करेगा।