हरियाणा में पिछले तीन दिनों में बलात्कार की चार घटनाओं के बाद लोगों का मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ बुधवार को गुस्सा बढ़ गया। कुरुक्षेत्र/जींद, पानीपत, पिंजौर और फरीदाबाद में ये रेप की घटनाएं हुई हैं। इनमें से तीन मामलों में पीड़िता की बेरहमी से हत्या कर दी गई। दिल्ली में हरियाणा भवन के बाहर खट्टर का पुतला जला लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर किया। हरियाणा भवन के बाहर प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा कि भाजपा सरकार अपने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढाओ’ नारा के लिए प्रतिबद्ध नहीं है। बलात्कार की लगातार बढ़ती घटनाओं ने विपक्ष को राज्य सरकार पर हमला करने का एक मौका दे दिया है।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि हरियाणा में अपराध बढ़ने के पीछे ‘अराजकता’ और ‘नेतृत्व’ की कमी सबसे महत्वपूर्ण कारण है। उन्होंने कहा, ‘राज्य में खराब कानून व्यव्स्था के मुद्दे पर हम राज्यपाल से मिले हैं। हाल में हुई कई रेप की घटनाओं ने हमारा सिर शर्म से झुका दिया है।
सफाई देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ‘ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हम इन पर कड़ी कार्रवाई करेंगे। हमने पुलिस प्रशासन में बदलाव किए हैं और कुछ अफसरों के तबादले किए हैं। मैं राजनीतिक दलों से अपील करता हूं कि इस मुद्दे का राजनीतीकरण न करें। उन्होंने कहा कि हमने ‘डायल 100 प्रोजेक्ट’ शुरू किया, ‘1090 परियोजना’ भी शुरू हो जाएगी ताकि खतरे में महिलाएं तुरंत पुलिस से संपर्क कर सकें। हम मामलों की जांच करेंगे, आवश्यकता के अनुसार परामर्श या कानूनी कार्रवाई करेंगे। हमने ऐसे मामलों की त्वरित सुनवाई के लिए विशेष अदालतों की स्थापना की है।
इस बीच कुरुक्षेत्र जिले में 15 वर्षीय दलित लड़की की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में उस वक्त नाटकीय मोड़ आ गया, जब मामले के मुख्य आरोपी 19 वर्षीय युवक का शव बरामद किया गया। पुलिस ने बुधवार को कहा कि गुलशन के शव को मंगलवार की रात यहां से 110 किलोमीटर दूर कुरुक्षेत्र जिले के ज्योतिसर के पास स्थित भाखड़ा सिंचाई नहर से बरामद किया गया। वह कक्षा 10 में पढ़ने वाली दलित छात्रा की हत्या का मुख्य अभियुक्त था। शव को खराब अवस्था में पाया गया। गुलशन का नाम इस मामले की प्राथमिकी में मुख्य अभियुक्त के रूप में दर्ज है।