विमान ईंधन की कीमत बढ़ने से चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जेट एयरवेज का शुद्ध मुनाफा 45.86 प्रतिशत घटकर 165.25 करोड़ रुपए रह गया। आपको बता दे की पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को तकरीबन 305.20 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी के निदेशक मंडल की बुधवार को हुई बैठक में वित्तीय परिणामों को पूरी तरह मंजूरी दी गई। आलोच्य तिमाही के दौरान राजस्व 6.88 प्रतिशत बढ़कर एक साल पहले के 5,940.63 करोड़ रुपए की तुलना में 6,349.34 करोड़ रुपए पर पहुँच गया।
इस दौरान कुल व्यय भी 6,184.09 करोड़ रुपए रहा जो पिछले वित्त वर्ष के 5,635.43 करोड़ रुपए के मुकाबले 9.74 प्रतिशत अधिक है। विमान ईंधन के मद में कंपनी का व्यय 28.78 फीसदी बढ़ा जिससे उसका मुनाफा प्रभावित हुआ है।
2016 की समान अवधि में 305.20 करोड़ रुपये के मुकाबले जेट एयरवेज ने 165.25 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। मगर इस दौरान विमानन कंपनी के घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय रूटो पर यात्रियों की संख्या बढ़ने से शुद्ध आमदनी 5,511.14 करोड़ रुपये से 10.43% की बढ़त के साथ 6,086.20 करोड़ रुपये रही। इसके अलावा वार्षिक आधार पर ही जेट एयरवेज का एबिटा 7.9% की बढ़त के साथ 281.11 करोड़ रुपये रहा, जबकि एबिटा मार्जिन 11 आधार अंकों की गिरावट के कारण 4.6% रह गया।