By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Thursday, 11 Sep 2025
  • MY BOOKMARK
  • INTERESTSNew
  • CONTACT US
  • BLOG INDEX
Subscribe
Dastak India Transparent mobile new logo
  • होम
  • देश
  • टेक
  • ऑटो
  • एजुकेशन
  • मनोरंजन
  • बिजनेस
  • दुनिया
  • वीडियो
  • धर्म
  • लाइफस्टाइल
  • अन्य
    • खेल
    • विचार
    • हरियाणा
  • 🔥
  • देश
  • होम
  • मनोरंजन
  • social media
  • टेक
  • bjp
  • खेल
  • video
  • police
  • bollywood
Font ResizerAa
Dastak IndiaDastak India
  • होम
  • देश
  • टेक
  • ऑटो
  • एजुकेशन
  • मनोरंजन
  • बिजनेस
  • दुनिया
  • वीडियो
  • धर्म
  • लाइफस्टाइल
  • विचार
Search
  • My Interests
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2024 Dastak India. All Rights Reserved.
Dastak India > Home > देश >  कावेरी जल विवाद पर सुप्रीम कोर्ट आज सुना सकता है फैसला
देश

 कावेरी जल विवाद पर सुप्रीम कोर्ट आज सुना सकता है फैसला

dastak
Last updated: February 16, 2018 4:43 am
dastak
Share
supreme-court_of_India
Photo Source- Google
SHARE

तटवर्ती दक्षिणी राज्यों तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल के बीच दशकों पुराने कावेरी जल विवाद पर सुप्रीम कोर्ट आज फैसला सुना सकता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। कावेरी नदी कर्नाटक के कोडागु जिले से निकलती हैं और तमिलनाडु के पूमपुहार में बंगाल की खाड़ी में जाकर गिरती है। सीजेआई दीपक मिश्रा की अगुआई वाली तीन जजों की बेंच फैसला सुनाएगी।

पिछले साल 20 सितंबर को सीजेआई दीपक मिश्रा, जस्टिस अमिताभ रॉय और जस्टिस ए. एम. खानविलकर की तीन जजों की बेंच ने इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। बेंच के सर्वसम्मत फैसले को सीजेआई ने लिखा है और वह शुक्रवार सुबह करीब 10.30 बजे फैसला सुनाएंगे। गौरतलब है कि पानी के बंटवारे को लेकर 2007 के कावेरी जल विवाद ट्राइब्यूनल (CWDT) के फैसले के खिलाफ कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अपील की गई थी।

बता दें कि कावेरी नदी के बेसिन में कर्नाटक का 32 हजार वर्ग किलोमीटर और तमिलनाडु का 44 हजार वर्ग किलोमीटर का इलाका आता है। दोनों ही राज्यों का कहना है कि उन्हें सिंचाई के लिए पानी की जरूरत है। इसे लेकर दशकों से विवाद चल रहा है। विवाद के निपटारे के लिए जून 1990 में केंद्र सरकार ने कावेरी ट्राइब्यूनल बनाया था, लंबी सुनवाई के बाद 2007 में फैसला दिया कि हर साल कावेरी नदी का 419 अरब क्यूबिक फीट पानी तमिलनाडु को दिया जाए जबकि 270 अरब क्यूबिक फीट पानी कर्नाटक को दिया जाए। कावेरी बेसिन में 740 अरब क्यूबिक फीट पानी मानते हुए ट्राइब्यूनल ने अपना फैसला सुनाया। इसके अलावा केरल को 30 अरब क्यूबिक फीट और पुद्दुचेरी को 7 अरब क्यूबिक फीट पानी देने का फैसला दिया गया। ट्राइब्यूनल के फैसले से कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल खुश नहीं थे और फैसले के खिलाफ तीनों ही राज्य एक-एक करके सुप्रीम कोर्ट पहुंचे।

TAGGED:cauvery verdictCauvery water disputekarnatakKERALAsupreme courttamilnaidu
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link
By dastak
Follow:
Dastak India Editorial Team
Previous Article ‘वीरे की वेडिंग’ का गाना हुआ रिलीज, गाने पर जमकर ठुमके लगाए सपना चौधरी ने
Next Article India army भारतीय सैन्य कमांडरों ने इस साल मारे 20 पाक रेंजर्स

दस्तक इंडिया की खबरों की समझ

दस्तक इंडिया मीडिया समूह समझता है कि सोशल मीडिया के इस जमाने में आपके पास ब्रेकिंग न्यूज के काफी विकल्प हैं। इसलिए हम उनपर फोकस न करते हुए आपके लिए इनसाइड स्टोरी पर ज्यादा जोर देते हैं, क्योंकि वो आपको कोई नहीं बताता। इसके अलावा हम आपको धर्म, लाईफस्टाईल, टेक और ऑटो जैसी कटैगरी की खबरें भी आप तक पहुंचाते हैं।
FacebookLike
TwitterFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow
- Advertisement -
Ad image

Popular Posts

भोपाल: कंपनी के एक गोदाम में लगी भीषण आग

भोपाल शहर के भरत नगर में जेके रोड स्थित कंपनी के एक गोदाम में आग…

By dastak

गाय के दूध से ये होते हैं फायदे, जानिए गाय में कितने देवी-देवताओं का होता है वास

वेदों और पुराणों अनुसार गाय में 33 करोड़ देवी - देवताओं का वास माना जाता…

By Dastak Web Team

जल्द कर पाएंगे Vande Bharat Sleeper में सफर, अश्विनी वैष्णव ने किया भारत की पहली वंदे..

9 नवंबर 2024 को भारत केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत की पहली वंदे…

By Dastak Web Team

आप ये भी पढ़ें

भगवान शिव
देशधर्म

भारत के प्रसिद्ध शिव मंदिर: आस्था, रहस्य और चमत्कार

By अंजली रावत
देश

Delhi Metro Viral Video: देर रात Delhi Metro की महिला कोच में हुआ कुछ ऐसा कि आपको भी आएगा गुस्सा, देखें Viral Video हुआ

By रुचि झा
लोंगेवाला युद्ध
देश

लोंगेवाला युद्ध संग्रहालय: रेगिस्तान में वीरता की अमर गाथा

By अंजली रावत
देश

भारतीय जनसंख्या संकट नहीं, अवसर है: जाने पीएफआई की रिपोर्ट,जनसंख्या को लेकर नई सोच

By कनक जोशी
Dastak Logo Small
Facebook Twitter Google-plus Wordpress Wordpress

About US

दस्तक इंडिया एक डेडिकेटेड इंडिपेंडेंट खबर वेबसाइट है जहाँ हमलोग ताजा खबरें देश, विदेश ओर बिज़नेस, एंटरटेनमेंट ट्रेवल, रिलिजन, जीवन शैली, क्राइम, राजनीती, इत्यादि आप तक पहुंचाते हैं।

हम लोग एक टीम है पत्रकारिता से जुड़े हुए जिनका मक़सद है लोगों तक सही खबर पहुंचना बिना किसी डर , बिना किसी के फेवर किये हुए।

© Dastak India News Website. All Rights Reserved.

 

Contact Us

Disclaimer 

Join Us!

Subscribe to our newsletter and never miss our latest news, podcasts etc..

Email Address*

I accept the terms and conditions

Zero spam, Unsubscribe at any buzzstream.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?