आप सोच भी नहीं सकते लेकिन पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से एक हिला कर रख देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक पेंशन लेने के लिए तीन साल तक अपनी मां की लाश को अपने घर के एक कमरे में रखे रहा। कमरे में बदबू न हो इसके लिए आरोपी ने दो एयरकंडीशनर भी लगवा दिए। लेकिन कोलकाता पुलिस ने आरोपी के घर छापा मार कर इस बात का खुलासा कर दिया। वैसे 46 वर्षिय आरोपी सुभब्रत मडूमदार की मां फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया में अधिकारी थी और उनका निधन अप्रैल 2015 में हो गया था। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने ऐसा मां की पेंशन खाने के लिए किया। लेकिन आरोपी की मानें तो उसने ऐसा इसलिए किया ताकी उसकी मां दोबारा जिंदा हो सके। उसने डिस्कवरी चैनल पर आए एक कार्यक्रम को देखकर ये आईडिया आया था।
हैरान करने वाली बात ये है कि सुभब्रत के पिता (89 वर्ष), जो कि एफसीएल से डिप्टी मैनेजर के पद से रिटायर हुए थे, उन्हें भी इस बात की जानकारी थी। बताया जा रहा है कि सुभब्रत की मां को हर माह 50000 रुपए पेंशन मिलती थी और यह पेंशन पाने के लिए ही सुभब्रत ने अपनी मां के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया, ताकि अँगूठा लगाकर पेंशन पा सके। हालांकि पुलिस पूछताछ में वह यही कह रहा है कि अपनी मां के जिंदा होने की उम्मीद में ही उसने ऐसा किया था। फिलहाल कोलकाता पुलिस एक साइकेट्रिस्ट की भी मदद ले रही और सुभब्रत की मानसिक स्थिति का पता लगाने की कोशिश कर रही है। पुलिस और फोरेंसिक विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर महिला के शव को बरामद कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि आरोपी सुभब्रत उच्च शिक्षा प्राप्त है और केन्द्रीय लेदर रिसर्च इंस्टीट्यूट से ग्रेजुएट है। वहीं पड़ोसियों का कहना है कि 2015 में सुभ्रत की मां के निधन की उन्हें खबर है, लेकिन उनके शव का अंतिम संस्कार होते किसी ने नहीं देखा। क्योंकि परिवार किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करता था, इसलिए लोगों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। अब किसी ने पुलिस को इस मामले की सूचना दी, जिस पर पुलिस ने आरोपी के घर छापा मारा। बता दें कि इससे पहले भी कोलकाता की रॉबिन्सन स्ट्रीट के रहने वाले पार्थो डे भी 6 महीने तक अपनी बहन और 2 पालतू कुत्तों की लाश के साथ अपने घर में रहते पाए गए थे।