जम्मू-कश्मीर में बीजेपी पीडीपी सरकार गिरने के बाद पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने राज्यपाल से मुलाकात की और राज्य में राज्यपाल शासन लगाने की मांग की है। उमर अब्दुल्ला ने इसके बाद मीडिया के सामने कहा की हम राज्य में सरकार नहीं बनाना चाहते हैं।
I met Governor. I told him that National conference didn't receive mandate to form govt in 2014 & we don't have mandate in 2018 also. We haven't been approached & we aren't approaching anyone: Omar Abdullah, National Conference #JammuAndKashmir pic.twitter.com/04CJTpEoON
जम्मू-कश्मीर में बीजेपी पीडीपी सरकार गिरने के बाद पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने राज्यपाल से मुलाकात की और राज्य में राज्यपाल शासन लगाने की मांग की है। उमर अब्दुल्ला ने इसके बाद मीडिया के सामने कहा की हम राज्य में सरकार नहीं बनाना चाहते हैं।पीडीपी से भाजपा के साथ छोड़ते ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला राज्यपाल एनएन वोहरा से मिले। उम्मीद है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस भी अपने नेताओं के साथ इस परिस्थिति पर चर्चा कर रही है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने राज्यपाल से अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए राज्यपाल शासन की दुरुस्त तैयारी की बात कही और जल्द हालात बेहतर होने का भरोसा दिलाया है। अब्दुल्ला ने कहा है कि उनकी पार्टी राज्यपाल शासन के दौरान पूरा सहयोग करेगी। अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई है कि राज्य में जल्द ही चुनाव की होंगे।ऐसे हालात में जब राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत जुटाना किसी भी पार्टी के लिए मुश्किल हो तो जम्मू कश्मीर स्पेशल प्रोविजन के चलते यहां राज्यपाल शासन लग सकता है। इस दौरान राज्यपाल के कार्यकाल में भी बढ़ोत्तरी की उम्मीद है। कानूनी धारा के अंतर्गत सेक्शन 92 के तहत संवैधानिक तंत्र फेल होने पर यहां राज्यपाल शासन लगता है। इसकी अवधि 6 महीने रहती है लेकिन यदि हालात ठीक नहीं होते तो इसे बढ़ाया जा सकता है।
— ANI (@ANI) June 19, 2018