
4 दिन पहले दिल्ली के बुराड़ी क्षेत्र में एक घर में 11 शव मिलने के मामले में क्राइम ब्रांच ने घर से मिले एक रजिस्टर से कई बड़े खुलासे किये है। रजिस्टर में लिखा गया है कि परिवार के सभी लोग ललित की बाते मानते थे, घर में उसी की चलती थी। वो जैसा कहता था पूरा परिवार वैसा ही करता था। मृतक बेटे ललित ने रजिस्टर के नोट्स में लिखा था की, ‘अंतिम समय में आखरी इच्छा की पूर्ति के वक्त, आसमान हिलेगा, धरती कांपेगी, उस वक्त तुम घबराना मत, मंत्रों का जाप बढ़ा देना, मैं आकर तुम्हें उतार लूंगा, औरों को भी उतारने में मदद करुंगा’।
दिल्ली में 11 लोगों की मौत मामले में अब एक नया मोड़ सामने आया
4 दिन पहले दिल्ली के बुराड़ी क्षेत्र में एक घर में 11 शव मिलने के मामले में क्राइम ब्रांच ने घर से मिले एक रजिस्टर से कई बड़े खुलासे किये है। रजिस्टर में लिखा गया है कि परिवार के सभी लोग ललित की बाते मानते थे, घर में उसी की चलती थी। वो जैसा कहता था पूरा परिवार वैसा ही करता था। मृतक बेटे ललित ने रजिस्टर के नोट्स में लिखा था की, ‘अंतिम समय में आखरी इच्छा की पूर्ति के वक्त, आसमान हिलेगा, धरती कांपेगी, उस वक्त तुम घबराना मत, मंत्रों का जाप बढ़ा देना, मैं आकर तुम्हें उतार लूंगा, औरों को भी उतारने में मदद करुंगा’।पुलिस पूरे घर वालों के फोन डिटेल्स और खासकर ललित का इतिहास खंगाने में चुट गई है। पुलिस ललित के दोस्तों के अलावा वो फोन पर किस किससे बात करता था? किन लोगों से मिलता था? क्या भाई बहन से कोई मनमुटाव था? भाई बहनों और परिवार के बच्चों से ललित का व्यवहार कैसा था? इन बातों के जवाब तलाश कर रही है। भाटिया परिवार में एक छत के नीचे तीन पीढ़ियां एक साथ रहती थीं। एक झटके में सब खत्म हो गईं।परिवार के छोटे बेटे ललित की आवाज को लेकर भी पूजा पाठ करने से लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन परिवार की दूसरी बेटी का कहना है कि डॉक्टर से इलाज के बाद ललित की आवाज वापस आई थी न कि किसी पूजा पाठ से। घर के अंदर की स्थिति, डायरी और रजिस्टर में दर्ज बातें हों या फिर ललित की आवाज का मामला। पुलिस को शक है कि अंधविश्वास के चक्कर में पूरे परिवार की जान चली गई है। पुलिस इस तलाश में है कि क्या कहीं किसी तांत्रिक ने ऐसा करने के लिए उकसाया है।ज्वाइंट सीपी क्राइम ब्रांच आलोक कुमार ने बताया है कि सभी 11 शवों के पोस्टमार्टम हो चुके हैं। रिपोर्ट बताती है कि ये आत्महत्या है। सभी की मौत दम घुटने से हुई थी। फिलहाल आगे की जांच जारी है। पुलिस के सूत्रों ने बताया कि भाटिया परिवार मरना नहीं चाहता था। पुलिस को घर जो रजिस्टर बरामद हुआ है उसमें लिखी बातों और मौका ए वारदात से मिले सबूतों के मुताबिक परिवार मुंह और हाथ पर पट्टी बांध कर एक अनुष्ठान कर रहा था। पुलिस सूत्रों की माने तो शायद भाटिया परिवार को इस बात का अंदाजा था कि वो बच जाएंगे।दरअसल मृतक ललित के मुताबिक उसके पिता सपने में आते थे और उसे बताते थे कि क्या करना है, पैसा कहां लगाना? जानकेरी के मुताबिक रजिस्टर में लिखा है, ”पिताजी ने कहा है कि आखिरी समय पर झटका लगेगा, आसमान हिलेगा, धरती हिलेगी लेकिन तुम घबराना मत, मंत्र जाप तेज कर देना मैं तुम्हे बचा लूंगा। जब पानी का रंग बदलेगा तब नीचे उतर जाना, एक दूसरे की नीचे उतरने में मदद करना, तुम मरोगे नहीं बल्कि कुछ बड़ा हासिल करोगे।” पुलिस सूत्रों के मुताबिक घर में हवन हुआ था एक बोतल में पानी भी रखा था। जानकारों का यह भी कहना है कि ललित और उसकी पत्नी टीना के हाथ नहीं बंधे हुए थे।
पुलिस पूरे घर वालों के फोन डिटेल्स और खासकर ललित का इतिहास खंगाने में चुट गई है। पुलिस ललित के दोस्तों के अलावा वो फोन पर किस किससे बात करता था? किन लोगों से मिलता था? क्या भाई बहन से कोई मनमुटाव था? भाई बहनों और परिवार के बच्चों से ललित का व्यवहार कैसा था? इन बातों के जवाब तलाश कर रही है। भाटिया परिवार में एक छत के नीचे तीन पीढ़ियां एक साथ रहती थीं। एक झटके में सब खत्म हो गईं।
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परिवार के छोटे बेटे ललित की आवाज को लेकर भी पूजा पाठ करने से लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन परिवार की दूसरी बेटी का कहना है कि डॉक्टर से इलाज के बाद ललित की आवाज वापस आई थी न कि किसी पूजा पाठ से। घर के अंदर की स्थिति, डायरी और रजिस्टर में दर्ज बातें हों या फिर ललित की आवाज का मामला। पुलिस को शक है कि अंधविश्वास के चक्कर में पूरे परिवार की जान चली गई है। पुलिस इस तलाश में है कि क्या कहीं किसी तांत्रिक ने ऐसा करने के लिए उकसाया है।
ज्वाइंट सीपी क्राइम ब्रांच आलोक कुमार ने बताया है कि सभी 11 शवों के पोस्टमार्टम हो चुके हैं। रिपोर्ट बताती है कि ये आत्महत्या है। सभी की मौत दम घुटने से हुई थी। फिलहाल आगे की जांच जारी है। पुलिस के सूत्रों ने बताया कि भाटिया परिवार मरना नहीं चाहता था। पुलिस को घर जो रजिस्टर बरामद हुआ है उसमें लिखी बातों और मौका ए वारदात से मिले सबूतों के मुताबिक परिवार मुंह और हाथ पर पट्टी बांध कर एक अनुष्ठान कर रहा था। पुलिस सूत्रों की माने तो शायद भाटिया परिवार को इस बात का अंदाजा था कि वो बच जाएंगे।
मोक्ष की चाहत में परिवार के 11 लोगों ने मौत को लगाया गले